रांची। चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद की जमानत याचिका पर शुक्रवार को झारखंड हाइकोर्ट में सुनवाई टल गयी है। लालू ने झारखंड हाइकोर्ट में मंगलवार को एक हस्तक्षेप याचिका दायर कर जमानत की मांग की थी। उन्होंने अपनी उम्र और बीमारियों के आधार पर जमानत की मांग की थी। जस्टिस अपरेश कुमार सिंह की अदालत में लालू की याचिका सूचीबद्ध है। जमानत की याचिका पर सुनवाई के लिए सुबह लालू के वकील कपिल सिब्बल और प्रभात कुमार हाइकोर्ट पहुंच चुके थे।
क्या कहा गया है याचिका में
याचिका में कहा गया है कि देवघर, चाईबासा एवं दुमका कोषागार से अवैध निकासी मामले में इससे पहले भी उनको जमानत मिल चुकी है। इसलिए उन्हें जमानत की सुविधा प्रदान की जाये। लालू प्रसाद यादव दिसंबर 2017 से जेल में हैं। हालांकि, इस बीच लालू प्रसाद यादव को इलाज के लिए हाइकोर्ट से कई बार औपबंधिक जमानत भी मिल चुकी है। हाइकोर्ट ने 27 अगस्त 2018 को उनकी औपबंधिक जमानत खारिज करते हुए 30 अगस्त को कोर्ट में सरेंडर करने का निर्देश दिया था।
लालू की सेहत में हो रहा सुधार
लालू प्रसाद यादव के स्वास्थ्य में अब सुधार दिख रहा है। डॉक्टर्स की सलाह पर उन्होंने टहलना शुरू कर दिया है। पिछले रविवार को लालू रिम्स पेइंग वॉर्ड के कॉरिडोर में टहलते नजर आये। इस दौरान लालू के चेहरे पर मुस्कान भी थी। उनके साथ डॉक्टर डीके झा भी थे। लालू को क्रॉनिक किडनी, हार्ट और शुगर समेत करीब 11 गंभीर बीमारी है। इन बीमारियों का इलाज रिम्स के अलावा दिल्ली और मुंबई में भी चल रहा है।
फिलहाल रिम्स में हैं भर्ती
लालू प्रसाद ने दुमका, देवघर और चाईबासा ट्रेजरी से अवैध तरीके से निकाली गयी। राशि के मामले में उन्हें दोषी करार दिया गया है। वह अभी जेल में हैं और बीमार होने की वजह से रिम्स में भर्ती हैं। इन तीनों मामलों में पहले से ही हाइकोर्ट में अपील याचिका पर सुनवाई हो रही है। अब लालू प्रसाद की ओर से एक याचिका डालकर जमानत की मांग की गयी है।
इन्फेक्शन को कंट्रोल करने के लिए एंटी बायोटिक दी जा रही
आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव रिम्स के पेइंग वार्ड में काफी समय से भर्ती हैं। उनकी तबियत में उतार चढ़ाव जारी है। उनका इलाज कर रही मेडिकल टीम के सदस्य डॉ डीके झा ने बताया कि लालू को पेशाब के रास्ते में इन्फेक्शन हो गया है। इन्फेक्शन को कंट्रोल करने के लिए एंटी बायोटिक दी जा रही है। टैबलेट के सेवन से वह एक-दो हफ्ते में ठीक हो जायेंगे। बीमारियों की वजह से डॉक्टर ने उन्हें खानपान में सतर्कता बरतने की सलाह दी है। उनको मीट, चिकन और अंडा खाने से मना कर दिया गया है।