कोलकाता। कलकत्ता हाइकोर्ट ने गुरुवार को भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को बंगाल में रथ यात्राएं निकालने की मंजूरी दे दी। राज्य सरकार ने अनुमति नहीं दी, तो भाजपा ने हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। सिंगल बेंच ने इन यात्राओं पर रोक लगा दी थी। इसके बाद पार्टी ने बड़ी बेंच में अर्जी लगायी थी। रथ यात्रा राज्य के 24 जिलों से गुजरेगी। भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- यह फैसला निरंकुशता के मुंह पर तमाचा है।

40 दिन में 294 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करने की योजना
राज्य सरकार ने रथ यात्रा की अनुमति संबंधी भाजपा के पत्रों का जवाब नहीं दिया था। इस पर पिछली सुनवाई में हाइकोर्ट ने सरकार को फटकार लगायी थी। राज्य सरकार ने कोर्ट में तर्क दिया था कि भाजपा की रथ यात्रा से साम्प्रदायिक तनाव फैल सकता है।

भाजपा की योजना है कि शाह की रथ यात्रा के जरिए 40 दिन में 294 विधानसभा क्षेत्रों को कवर किया जाये। यह यात्रा सात दिसंबर को कूच बिहार से, नौ दिसंबर को दक्षिण 24 परगना के काकद्वीप से और 14 दिसंबर को तारापीठ से रवाना करने की योजना थी। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कहा, हम इस फैसले का स्वागत करते हैं। हमें न्यायपालिका पर भरोसा था कि हमें न्याय मिलेगा। यह फैसला निरंकुशता के मुंह पर तमाचा है। हमने अभी कोई फैसला नहीं किया है, लेकिन आश्वस्त कर सकता हूं कि प्रधानमंत्री और पार्टी के मुखिया रथ यात्रा में शामिल होंगे।

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