दुमका। झारखंड विधानसभा चुनाव का पांचवां और अंतिम चरण संथाल परगना में पूरा होगा। वहां की 16 सीटों पर 20 दिसंबर को मतदान होगा। चौथे चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने के बाद रविवार से संथाल परगना में प्रचार ्रका धमाल शुरू होगा। झारखंड में संथाल परगना का अलग राजनीतिक और सांस्कृतिक महत्व है। संथाल परगना के छह जिलों की 16 सीटों में से नौ अनारक्षित हैं, जबकि सात सीटें अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित हैं। यहां इस बार कुल आठ लाख 59 हजार 787 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें चार लाख 45 हजार 51 पुरुष और चार लाख 14 हजार 732 महिला वोटर हैं। चार वोटर थर्ड जेंडर के हैं। चुनाव आयोग की ओर से कुल 5389 मतदान केंद्र बनाये गये हैं।
संथाल परगना में चुनाव प्रचार अभियान हालांकि अब भी चल रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार के कार्यक्रम के बाद इसमें कई गुना तेजी आयेगी। अब तक भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष अमित शाह, कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य केंद्रीय नेता संथाल परगना में प्रचार कर चुके हैं। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा तो वहां पहले से ही कैंप कर रहे हैं।
संथाल को अपना गढ़ माननेवाले झामुमो ने भी यहां प्रचार में अपना सब कुछ झोंक दिया है। पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन इस बार भी दो सीटों, दुमका और बरहेट से चुनाव मैदान में हैं। पिछले चुनाव में दुमका से उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। प्रचार की कमान उन्होंने खुद संभाल रखी है। कांग्रेस के स्टार प्रचारकों, राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया और सचिन पायलट यहां चुनावी सभाओं को संबोधित कर चुके हैं। मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय चुनाव लड़नेवाले पूर्व मंत्री सरयू राय भी हेमंत सोरेन के लिए वोट मांगने यहां आ रहे हैं। उधर झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी और आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो भी धुआंधार प्रचार में जुटे हुए हैं।

आजसू ने झोंक रखी है पूरी ताकत
संथाल के चुनाव की खास बात यह है कि प्रदेश में मजबूत राजनीतिक ताकत के रूप में स्थापित हो चुकी आजसू पहली बार यहां इतने ताम-झाम के साथ चुनाव मैदान में उतरी है। दुमका, जामा और पाकुड़ में उसने उम्मीदवार उतारे हैं। खास कर पाकुड़ सीट से उसे बहुत उम्मीद है, क्योंकि यहां से उसने झामुमो के पूर्व नेता अकील अख्तर को उतारा है। जामा में स्टेफी टेरेसा मुर्मू झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन को चुनौती दे रही हैं। आजसू के लिए यह चुनाव बड़ा मौका है, क्योंकि उसके पास खोने के लिए कुछ नहीं है, लेकिन पाने को सारा आकाश है।

संथाल की 16 सीटों का लेखा-जोखा
सीटें: राजमहल, बोरियो, बरहेट, लिट्टीपाड़ा, पाकुड़, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, दुमका, जामा, जरमुंडी, नाला, जामताड़ा, सारठ, पोड़ैयाहाट, गोड्डा, महागामा
2014 के विधानसभा चुनाव का परिणाम
भाजपा ने जीती: राजमहल, बोरियो, दुमका, गोड्डा, महागामा
झामुमो ने जीती: बरहेट, लिट्टीपाड़ा, महेशपुर, शिकारीपाड़ा, जामा, नाला
कांग्रेस ने जीती: पाकुड़, जरमुंडी, जामताड़ा
झाविमो ने जीती: सारठ, पोड़ैयाहाट
(नोट : सारठ से जीते रणधीर सिंह चुनाव जीतने के बाद भाजपा में शामिल हो गये)

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