पिपरवार। दो मासूम बच्चियों से हैवानियत के खिलाफ पिपरवार कोयलांचल लगातार तीसरे दिन भी उबलता रहा। शनिवार को ग्रामीणों ने दोनों बच्चियों के शव के साथ दिन भर थाना के सामने प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। पोस्टमार्टम के बाद दोनों मासूमों का शव पिपरवार पहुंचा। इसके बाद परिजनों की चीख-पुकार से पूरा इलाका गूंज उठा। शव को देखते ही लोगों का आक्रोश और बढ़ गया। लोग शवों को लेकर थाना पहुंचे और गेट को जाम कर दिया। वे आरोपी को जल्द से जल्द फांसी की सजा देने की मांग कर रहे थे। उधर गुस्साये लोगों ने पूरे कोयलांचल में जगह-जगह टायर जला कर विरोध प्रदर्शन किया।
घटना के खिलाफ कोयलांचल के बाजार बंद रहे। पिपरवार और अशोक परियोजना में कोयला उत्पादन, कोयला ढुलाई और डिस्पैच का कार्य भी पूरी तरह से बाधित रहा। सीसीएल सहित रेलवे को करोड़ो का नुकसान होने का अनुमान है। चतरा एसडीएम राजीव कुमार, सिमरिया एसडीओ दीपू कुमार, टंडवा एसडीपीओ आशुतोष कुमार सत्यम, खलारी डीएसपी मनोज कुमार सहित अन्य पुलिस पदाधिकारी पिपरवार में कैंप किये रहे। चतरा, हजारीबाग और रांची जिला से अतिरिक्त पुलिस बल को भी बुला लिया गया था।
अधिकारियों ने दिन भर गुस्साये लोगों को समझाने की कोशिश की। अंतत: देर शाम ग्रामीण माने और शवों को अंत्येष्टि के लिए ले गये। दोनों बच्चियों की अंत्येष्टि में ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी। अधिकारियों ने ग्रामीणों की जायज मांगों को पूरा करने और आरोपी को स्पीडी ट्रायल से सजा दिलाने का आश्वासन दिया।
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