अजय शर्मा
रांची। आचार संहिता लागू रहने के दौरान झारखंड में जमकर कोयले की तस्करी हुई। पुलिस महकमे के कई अधिकारियों की आर्थिक स्थिति बदल गयी। करीब दो माह पहले आचार संहिता लगी थी, जो अब भी लागू है। इस दौरान पुलिस विभाग ने कोयला उत्पादक क्षेत्रों से जमकर तस्करी करवायी। केंद्रीय खुफिया ब्यूरो (आइबी) की रिपोर्ट से पूरी पोल खुलती है। आइबी की रिपोर्ट के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस संबंध में झारखंड के संबंधित विभाग से 15 दिन के अंदर रिपोर्ट देने को कहा है। कोयला तस्करी को लेकर झारखंड पहले से बदनाम रहा है। यहां के कुछ अफसर व्यवसायियों की भूमिका में आ जाते हैं। पुलिस और तस्करों का गठजोड़ जगजाहिर है। कोयला तस्करी में पुलिस अहम भूमिका निभाती है।
क्या है रिपोर्ट में
15 दिन पहले आइबी ने जो रिपोर्ट दी है, उसमें लिखा है कि कुछ इलाकों में पुलिस नक्सलियों से मिलकर कोयले की तस्करी करवा रही है। रामगढ़ के गोला, बोकारो, धनबाद, हजारीबाग, चतरा का टंडवा, लातेहार और पाकुड़ में यह तस्करी चरम पर रही। तस्करी की जानकारी झारखंड पुलिस के कुछ बड़े अफसरों को भी है। इस ताजा रिपोर्ट से पुलिस मुख्यालय में हड़कंप मच गया है। कोयला तस्करी पर राज्य खुफिया एजेंसी ने कोई रिपोर्ट नहीं दी, उस पर भी सवाल खड़ा किया जा रहा है।
कोयला भेजा जा रहा बनारस की मंडियों में
सीसीएल की कोलियरियों से रेलवे साइडिंग के लिए जो कोयला भेजा जा रहा है, उसमें से अधिकांश कोयला सीधे बनारस की मंडियों में भेजा जा रहा है। हजारीबाग में इस संबंध में केस भी हुआ है। वहीं लातेहार की टोरी रेलवे साइडिंग में भी गड़बड़ीकी सूचना है। टंडवा के मगध और आम्रपाली का कोयला भी ट्रक से बनारस भेजा जा रहा। एनटीपीसी की कोलियरी से भी यही गड़बड़ी हुई है। धनबाद और बोकारो में भी जमकर तस्करी हुई है।
पूर्व के मामलों की जांच कर रही एनआइए
टेरर फंडिंग मामले की जांच एनआइए कर रही है। यह मामला भी अवैध वसूली और कोयला तस्करी से जुड़ा है। करीब एक अरब रुपये की वसूली दबंग कमेटी कर रही थी। टंडवा में एफआइआर हुई थी। बाद में पिपरवार में 77 आरोपियों पर एफआइआर दर्ज की गयी थी, जिसमें लोजपा नेता बबलू मुंडा भी शामिल है। पुलिस उसे तलाश रही है। इस मामले में अब तक 11 लोग जेल जा चुके हैं। एनआइए ने कई बड़े नक्सलियों को पैसा पहुंचाने के मामले में जांच पूरी कर ली है। अब उन पुलिस अधिकारियों के विरुद्ध जांच की जानी है, जो इस तस्करी में शामिल हैं।