रांची। कुड़मी को आदिवासी बनाने के विरोध में 26 फरवरी को आदिवासी बचाओ रैली निकाली जायेगी। करमटोली में विभिन्न आदिवासी संगठनों के प्रतिनिधियों की शनिवार को हुई बैठक में यह निर्णय किया गया।

बैठक में आदिवासी संगठनों के नेताओं ने अपने-अपने विचार रखे। तय किया गया कि आदिवासी संगठनों का संयुक्त प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति से मिलकर अपना विरोध दर्ज करायेगा। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद अधीर रंजन चौधरी, मंत्री आलमगीर आलम, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का पूरे झारखंड सहित ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के विभिन्न जिलों में सांकेतिक विरोध के तौर पर पुतला दहन किया जायेगा। साथ ही वर्तमान आदिवासी संगठनों का साझा मंच बना कर आदिवासी समन्वय समिति के नाम से एकजुट होकर आंदोलन और महारैली का आयोजन करेगा।

बैठक में आदिवासी महासभा, अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद, केंद्रीय सरना समिति, आदिवासी अधिकार रक्षा मंच, आदिवासी जन परिषद, आदिवासी छात्र संघ, सोनोत संथाल समाज, आदिवासी हो समाज महासभा, कोल्हान एकता मंच, आदिवासी हो समाज युवा महासभा, राष्ट्रीय आदिवासी छात्र संघ, आदिवासी युवा शक्ति, राष्ट्रीय आदिवासी मुंडा परिषद सहित कई संगठनों के प्रतिनिधि और पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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