रांची। 24 घंटे के भीतर मंत्री आलमगीर आलम और सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को क्लीन चिट देने के मामले में डीएसपी पीके मिश्रा सोमवार को इडी के समक्ष पेश नहीं हुए। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्होंने इडी के समक्ष पेश नहीं होने का न तो कोई कारण बताया है और न ही इडी से कोई समय मांगा है। गौरतलब है कि इडी ने डीएसपी को 6 दिसंबर को समन भेजा था और 12 दिसंबर को रांची जोनल आॅफिस में उपस्थित होने का आदेश दिया था।
प्राथमिकी के 24 घंटे के भीतर ही दे दी थी क्लीन चिट
बरहरवा टोल प्लाजा मामले में व्यवसायी शंभू नंदन ने प्राथमिकी दर्ज करायी थी। प्राथमिकी के 24 घंटे के भीतर साहिबगंज पुलिस ने मंत्री आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दे दी थी। जांच की निगरानी कर रहे डीएसपी प्रमोद मिश्रा (पीके मिश्रा) ने बिना किसी प्रारंभिक जांच और डिजिटल साक्ष्य के पंकज मिश्रा को क्लीन चिट दे दी थी। प्रमोद मिश्रा बरहरवा डीएसपी के पद पर तैनात थे और उनका नाम दिवंगत थानेदार रूपा तिर्की मौत मामले में भी उछला था। सोमवार को रांची इडी आॅफिस में जांच अधिकारी और झारखंड पुलिस के एएसआइ सरफुद्दीन खान से पूछताछ की गयी। इसमें सरफुद्दीन खान ने बताया कि पंकज मिश्रा और आलमगीर आलम के खिलाफ जांच बंद करने का फैसला उनके वरीय अधिकारियों का था।