आजाद सिपाही संवाददाता
गोड्डा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी खतियानी जोहार यात्रा के क्रम में गुरुवार को गोड्डा पहुंचे। यह राज्य का पांचवां जिला है, जहां मुख्यमंत्री की यात्रा पहुंची है। यहां अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि विपक्ष ने 20 साल शासन कर झारखंड में जितनी गंदगी फैलायी है, उसे आपकी सरकार साफ कर रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकार ने राज्य का खजाना खाली कर दिया। सब कुछ लूट लिया। उसके बावजूद आपकी सरकार ने लोगों को मूलभूत अधिकारों से जोड़ा है। लाखों लोगों को पेंशन और राशन से जोड़ा है। हम लोगों को हक-अधिकार दे रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य को मजबूत करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों को मजबूत करना होगा। सरकार ग्रामीण अर्थव्यवस्था सुदृढ़ कर रही है। जब तक गांव का विकास नहीं होगा, तब तक राज्य का विकास नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में गांव-गांव, पंचायत-पंचायत दवा दुकान उपलब्ध कराने की हमारी योजना है। गांव के पढ़े-लिखे युवाओं को इस योजना में अवसर दिया जायेगा।
सीएम ने सवाल किया कि क्या 1932 खतियान पास कराना गलत है। खतियान वालों को बांग्लादेशी बोला जाता है। हमारे राज्य को ठग प्रदेश बोला जाता है। हमारी जमीन, हमारी मिट्टी में खड़ा होकर झारखंडवासियों को ही गाली दी जाती है। इसे झारखंडी कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
सीएम ने कहा कि वीरों की इस धरती की कर्मठ जनता से मिलने का सौभाग्य उन्हें मिला है। उन्होंने गोड्डा के लोगों को अनेक-अनेक शुभकामनाएं दीं और खतियानी जोहार से अभिवादन किया। उन्होंने कहा कि झारखंड वीर शहीदों की धरती है। महान क्रांतिकारियों की धरती है। उन्होंने कहा, जो खतियान का विरोध करेगा, वह झारखंड का विरोध करेगा। हमारे वीर शहीदों का विरोध करेगा। आप सभी को इन झारखंड विरोधियों से सावधान रहना होगा।
आदिवासी कल्याण छात्रावास गये
इसके बाद मुख्यमंत्री गोड्डा में आदिवासी कल्याण छात्रावास गये और वहां रह रहे युवाओं से मिले। उन्होंने कहा कि पूर्व की सरकारों में छात्रावासों का कभी जीर्णोद्धार ही नहीं किया गया। अभी राज्य सरकार इस काम में जुटी है। हमारी सरकार छात्रावासों का जीर्णोद्धार कर रही है। उन्होंने उपायुक्त को निर्देश दिया कि इस छात्रावास का पूर्णत: जीर्णोद्धार कर स्थिति को बेहतर बनाया जाये। इसके बाद उन्होंने गोड्डा में निर्माणाधीन मॉडल स्कूल का निरीक्षण किया। मौके पर उन्होंने कहा कि स्कूल के निर्माण में कोई कोताही न हो, इस बाबत अधिकारियों को सख्त निर्देश दिये गये हैं।