- सत्ता पक्ष और विपक्ष आमने-सामने, भाजपा का सदन में हंगामा
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र सोमवार को जोरदार हंगामे के साथ शुरू हुआ। साहेबगंज के रिबिका पहाड़िया हत्याकांड को लेकर विपक्षी भाजपा विधायकों ने पहले सदन के बाहर और बाद में सदन के अंदर जम कर हंगामा किया। सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि लाश पर राजनीति नहीं करें। सदन के बाहर नेताओं ने अपना-अपना पक्ष रखा। सत्ता पक्ष ने विपक्ष पर धर्म आधारित राजनीति करने का आरोप लगाया, वहीं विपक्ष ने तुष्टीकरण की राजनीति करार दिया।
सुबह 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले सदन की सीढ़ियों पर भाजपा विधायकों ने साहिबगंज की घटना को लेकर धरना दिया। विधायकों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर रिबिका के हत्यारे को फांसी देने और रिबिका को इंसाफ देने की मांग लिखी हुई थी। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही स्पीकर डॉ रवींद्र नाथ महतो ने शोक प्रकाश शुरू किया। इसी समय भाजपा विधायकों ने पहाड़िया हत्याकांड को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। वे इस घटना के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे। स्पीकर ने बार-बार उनसे कहा कि शोक प्रकाश के दौरान हंगामा करना उचित नहीं है। सदन की मर्यादा का ध्यान रखा जाये, लेकिन इसका विपक्षी विधायकों पर कोई असर नहीं हुआ।
हैवानियत की सारी सीमा पार हो गयी: विरंची
सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा के मुख्य सचेतक बिरंची नारायण शोक प्रस्ताव के लिए खड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि झारखंड की एक बेटी रिबिका पहाड़िया टुकड़ों-टकड़ों में काट कर फेंक दी गयी। यह रोंगटे खड़े कर देने वाली घटना है। सरकार को इस पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। झारखंड में समुदाय विशेष के लोग ऐसी घटना को अंजाम दे रहे हैं। हैवानियत की सारी सीमा पार हो गयी है। भाजपा विधायकों का विरोध लगातार जारी रहा। बिरंची नारायण समेत भाजपा के सभी विधायकों ने वेल में पहुंच कर हांगामा किया। इस दौरान भाजपा विधायक रणधीर सिंह टेबुल पर चढ़ गये और जोर-जोर से नारेबाजी करने लगे। स्पीकर ने उनसे ऐसा नहीं करने और अपनी सीट पर बैठ जाने की अपील की, लेकिन इसे अनसुना कर दिया गया। तब स्पीकर ने भाजपा विधायक को मार्शल आउट करने को कहा। मार्शलों ने उन्हें टांग कर सदन के बाहर निकाल दिया। स्पीकर ने जैसे-तैसे शोक प्रकाश की कार्यवाही पूरी करने के बाद सदन को मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया।
ऐसी घटनाओं के लिए लोकतंत्र में जगह नहीं: हेमंत
‘रिबिका हत्याकांड पर केवल साहेबगंज की बात क्यों करें। क्या दिल्ली, एमपी और यूपी में ऐसी घटनाएं नहीं घटतीं। निश्चित रूप से समाज में इस तरह की विकृतियां फैल रही हैं और यह चिंता की बात है। ऐसी बातों के लिए लोकतंत्र में कोई जगह नहीं है। हेमंत सोरेन ने कहा कि इस तरह की घटना को अंजाम देकर बड़ा घर बनाने का प्रयास हो रहा है, जो गलत है। इसका समाधान कैसे हो, इस पर विचार करना होगा। इस समस्या का हल हम सबको मिल कर निकालना होगा।
हेमंत सरकार घुसपैठियों को पनाह दे रही है: बाबूलाल
भाजपा विधायक दल नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ‘हेमंत सोरेन की सरकार वसूली में लिप्त है। विरोध में उठने वाली हर आवाज को दबाने की कोशिश हो रही है। विरोध करने वालों को जेल भेजा जा रहा है। राज्य में अपराधियों का खौफ बढ़ता जा रहा है। साहिबगंज के बोरियो की घटना वीभत्स है। हेमंत सरकार घुसपैठियों को झारखंड में पनाह दे रही है। इसी का नतीजा है कि आये दिन इस तरह की घटना होती रहती है। भाजपा संथल परगना में एनआरसी कराने की मांग करती है।