खूंटी। झारखंड पार्टी ने झारखंड आंदोलनकारी को चिह्नित करने और उन्हें सम्मान के साथ पेंशन निर्धारित करने की मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद भी इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं किये जाने पर गंभीर चिंता व्यक्त की है। साथ ही कहा कि यह झारखंड आंदोलनकारियों के लिए अपमानजनक है।

झारखंड पार्टी खूंटी जिला समिति के सक्रिय कार्यकर्ताओं की रविवार को महासचिव योगेश वर्मा की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस मुद्दे पर गंभीरता से विचार-विमर्श किया गया। साथ ही संगठन को मजबूत बनाने के संबंध में भी चर्चा की गई। बैठक को संबोधित करते हुए योगेश वर्मा ने कहा कि झारखंड सरकार झारखंड आंदोलनकारियों का अपमानित कर रही है। संगठन की चर्चा करते हुए वर्मा ने कहा कि झारखंड पार्टी को हर हाल में मजबूत करना होगा, ताकि 2024 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में झारखंड पार्टी के उम्मीदवारों को जीत दिलाई जा सके।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ ही कई केंद्रीय और राज्य के मंत्री खूंटी आए लेकिन अभी तक किसी ने झारखंड आंदोलनकारियों और उनके परिवार वालों की स्थिति के संबंध में कुछ नहीं कहा। वर्मा ने कहा कि झारखंड के विकास के लिए एक बार फिर हमें बृहद झारखंड के लिए आंदोलन करने की जरूरत है। बैठक में उत्तराखंड के टनल में फंसे झारखंड के मजदूरों को अधिक से अधिक सुविधा और मुआवजा देने की मांग की गई।

बैठक में पौलुस नाग, पतरस नाग, सुमित मुंडू, सागू मुंडू जुनास मुंडू जॉन मुंडू, कृष्ण मांझी, सुरेश मांझी, डेविड सोय, सोमा मांझी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे।

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