पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को डॉ. भीमराव अम्बेडकर के 67वीं महापरिनिर्वाण दिवस पर मीडिया से बातचीत में कहा कि आजकल में खबर छप रहा था कि हम नहीं जा रहे हैं लेकिन हम तो बात ही दिए थे कि और भी लोग रहेंगे हम भी रहेंगे। हम तो चाहते हैं की तेजी से लोग करें काम। हम तो बार-बार बोल रहे हैं कि हमको कुछ नहीं चाहिए। हम तो बस इतना बोल रहे हैं कि सब लोग एक साथ काम में लगिए। मेरे जाने की बात रही तो हमको सर्दी-खांसी, बुखार हो गया था। इसलिए कहीं जा नहीं रहे थे। बाकी हम तो शामिल होंगे ही।

नीतीश से जब यह सवाल किया गया कि देश की मांग है आप नेतृत्व करें तो इसके जब आपने उन्होंने कहा कि नहीं यह सब बेकार है। हमारी नहीं राय है। हम नहीं ई सब चाहते हैं। अब कोई जो बोलना चाहता है तो बोले। हम तो चाहते हैं कि सब लोग साथ आकार काम करें। इसके अलावा जब उनसे सवाल किया गया कि आईएनडीआईए गठबंधन में रीजनल पार्टी की क्या भूमिका होनी चाहिए तो नीतीश कुमार ने कहा कि इसको लेकर आपस में बैठक कर बातचीत की जानी चाहिए लेकिन अभी कुछ भी करना उचित नहीं ना होगा। मीटिंग होगा तो उसमें यह सब चीज कहीं जाएगी। मीटिंग के बाद सब चीज आपको बता भी दिया जाएगा। हम तो सबको कह रहे हैं की बहुत अच्छे ढंग से तेजी से काम कीजिए।

पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस की तीन राज्य में हुई हार पर नीतीश कुमार ने कहा कि हर राज्य को अपना अधिकार है मतदान करने का। पिछले बार देखे नहीं कांग्रेस वाला कई जगह जीता था। इस बार भी मान लीजिए एक जगह तो जीत हुई है ना। कांग्रेस को भी कम वोट नहीं आया है। अच्छा ही वोट आया है। इसलिए इन सब चीजों पर कोई खास चर्चा नहीं है। हार जीत तो होते रहता है। अमित शाह के आगमन पर नीतीश कुमार ने कहा कि अमित शाह आ रहे हैं तो अच्छी बात है। हम जाएंगे उस मीटिंग में शामिल होंगे, उसमें कोई बात थोड़े न है।

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