-गिरिडीह में वीर बलिदान दिवस पर कार्यक्रम में शामिल हुए बाबूलाल
गिरिडीह। मुगल शासकों के अत्याचार के खिलाफ बलिदान देनेवाले चार साहिबजादे के उपलक्ष्य में वीर बाल दिवस मंगलवार को गिरिडीह के स्टेशन रोड स्थित प्रधान गुरुद्वारा में मनाया गया। गुरुद्वारा के प्रधान सेवक डॉ गुणवंत सिंह मोंगिया और पूर्व प्रधान सचिव डॉ अमरजीत सिंह सलूजा के नेतृत्व में मनाये गये बलिदान दिवस में सिख समुदाय के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, जमुआ विधायक केदार हाजरा, पूर्व मंत्री चंद्रमोहन प्रसाद, पूर्व विधायक निर्भय शाहाबादी, जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, मेयर सुनील पासवान भी शामिल हुए। इस मौके पर भाजपा नेताओं को भगवा सिरोपा पहना कर सम्मानित किया गया। स्थानीय रागी जत्था भाई ज्ञानी सिंह ने अरदास के जरिये सनातन धर्म की रक्षा के लिए लड़े चार साहिबजादे की वीरता को बताया और कहा कि मुगल शासक ने सनातन धर्म समेत सिख समुदाय के लोगों को धर्म परिवर्तन करने को कहा। जब धर्म परिवर्तन से इनकार किया गया, तो कई तरह की यातनाएं दी गयीं। चार साहिबजादे की दादी माता गुजरी देवी ने अपने चारों बच्चों को धर्म की रक्षा के लिए बलिदान होने को कहा, जिससे सनातन धर्म की रक्षा हो सके। भाई ज्ञानी सिंह ने कहा कि अब तक युवाओं को गलत इतिहास ही पढ़ाया गया।
इधर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि आनेवाली युवा पीढ़ी को सिख समुदाय के त्याग और बलिदान की जानकारी तो होनी ही चाहिए कि किस तरह से सिख समुदाय ने सनातन धर्म की रक्षा के लिए कई बार तलवार उठायी और मुस्लिम शासकों से लड़ाई की। क्योंकि मुस्लिम शासक देश और सनातन धर्म पर लगातार हमले करते रहे। इधर वीर बलिदान दिवस को लेकर प्रधान गुरुद्वारा में 48 घंटे का अखंड पाठ हुआ। शबद कीर्तन का भी आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय रागी जत्था भाई ज्ञानी सिंह के साथ सिख समुदाय के बच्चों ने कई भजन पेश किये। मौके पर सिख समुदाय के सतविंदर सिंह सलूजा उर्फ मणि, जोरावर सिंह सलूजा उर्फ सिल्की, तरणजीत सिंह बंटी, हरेंद्र सिंह सलूजा उर्फ गिन्नी, ऋषि सलूजा, सरदार त्रिलोचन सिंह सलूजा, चरणजीत सिंह सलूजा, हरमिंदर सिंह बग्गा समेत अन्य उपस्थित थे।