कोलंबो। श्रीलंका की जेलों में क्षमता से दोगुना अधिक कैदी बंद होने से स्थिति गंभीर हो गई है। हाल ही में ड्रग्स और अंडरवर्ल्ड गतिविधियों के खिलाफ हुई कार्रवाई में पकड़े गए 10,000 से अधिक संदिग्धों को जेलों में ठूंसा गया है। अधिकारी विकल्पों की तलाश कर रहे हैं।

श्रीलंका के प्रमुख अखबार डेली मिरर ने अपने ऑनलाइन संस्करण में जेलों की स्थिति पर रिपोर्ट में यह समस्या उठाई है। डेली मिरर के अनुसार, देशभर की 30 जेलों में 30,000 से अधिक कैदी बंद हैं। हालांकि इन जेलों में केवल 13,000 कैदियों को रखने की क्षमता है। जेल में बंद आधे से अधिक कैदी कानूनी प्रक्रिया में देरी के कारण लंबे समय से सलाखों के पीछे फंसे हुए हैं। यह मुकदमे के निस्तारण का इंतजार कर रहे हैं।

अखबार ने सार्वजनिक सुरक्षा मंत्रालय के सूत्रों के हवाले से कहा है कि इस स्थिति से निपटने के लिए छोटे अपराधों में बंद लोगों को जमानत पर रिहा किया जा सकता है। जेल प्रवक्ता गामिनी डिसनायके ने कहा कि अधिकारी जेलों के भीतर संदिग्धों के लिए अस्थायी जगह ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।जेलों पर भीड़ का दबाव कम करने के लिए कुछ कैदियों को जेल शिविरों में भी ले जाया जा रहा है।

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