रांची। रेलवे ने रविवार को जिला प्रशासन के सहयोग से बायपास रोड पर स्थित रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाया है। अतिक्रमणकारियों के विरोध के बीच आरपीएफ और जिला प्रशासन की टीम ने रविवार को 75 से अधिक अवैध घर तोड़ दिये। अतिक्रमण हटाने के दौरान बायपास रोड जाम रहा। इससे पहले शनिवार को भी प्रशासन ने अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाया था, जिसमें 117 अवैध दुकानों, मकानों और झोपड़ियों को बुलडोजर से ढाह दिया था। इस तरह दो दिनों तक चले अभियान में 200 परिवार बेघर हो गये। बता दें कि एक महीने पहले रेलवे ने नोटिस दिया। प्रशासन ने शुक्रवार की शाम में अतिक्रमण हटाने की घोषणा की थी।

अपने आशियाने को उजड़ता देख आंखों से छलक पड़े आंसू
इधर 20 सालों से अधिक समय से रह रहे लोग अपने आशियाने को उजड़ता देख उनके आंखों से आंसू छलक पड़े। सामान भी सड़कों के किनारे बिखरे पड़े हैं। इनमें से कुछ लोग अपने सामान के साथ नये आशियाने की तलाश में निकल पड़े. जबकि कुछ वहां चिंतिंत बैठे हैं। पीड़ित परिवारों का कहना है कि कही रेंट पर घर नहीं मिला है, जब तक कुछ व्यवस्था नहीं हो जाती, तब तक रोड पर रहने को मजबूर हैं। उन्होंने सरकार से मदद की गुहार लगायी है।

ओवरब्रिज और रेलवे लाइन का होना है निर्माण
रेलवे के सीनियर सेक्शन इंजीनियर लाइन प्रफुल बड़ा ने बताया कि बिरसा चौक पर मौजूद पुराने ओवरब्रिज को तोड़कर नया ब्रिज बनाया जाना है। नया ब्रिज करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जायेगा। इसे दो वर्ष में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा नये ब्रिज के नीचे दो अतिरिक्त रेलवे लाइन बिछायी जायेगी और इसे यार्ड से जोड़ा जायेगा। बता दें सात वर्ष पहले रेलवे का एक ब्रिज बनाया गया था। जिससे एचइसी की ओर से बिरसा चौक और हिनू की ओर आवागमन होता है। लेकिन पुराने ब्रिज के संकीर्ण होने से जाम की स्थिति बनी रहती है।

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