नई दिल्ली। दिल्ली में महिलाओं को 2100 रुपये प्रति माह दिए जाने से जुड़ी महिला सम्मान योजना पर अब प्रश्नचिह्न लग गया है। योजना के बारे में आज दिल्ली के अखबारों में छपी सार्वजनिक सूचना ने राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप की शुरुआत कर दी है। सूचना के अनुसार इस तरह की कोई योजना नहीं है और आम आदमी पार्टी की ओर से कराया जा रहा पंजीकरण एक तरह का फर्जीवाड़ा है। भाजपा का कहना है कि केजरीवाल की आआपा डिजिटल फर्जीवाड़ा कर रही है।

दिल्ली के अखबार में छपी महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से दी गई सार्वजनिक सूचना से राज्य की सियासी राजनीति में भूचाल आ गया है। भारतीय जनता पार्टी और उसके नेता इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और मुख्यमंत्री आतिशी को निशाना बना रहे हैं। भाजपा का कहना है कि आतिशी सरकार ने जिस योजना को अभी तक लागू नहीं किया, उस महिला सम्मान योजना के रजिस्ट्रेशन के नाम पर दिल्ली की महिलाओं के साथ छल किया जा रहा है। दिल्ली की माता-बहनों से निवेदन है कि केजरीवाल के झांसे में ना आएं और निजी जानकारी केजरीवाल और उसकी मंडली को ना दें।

दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विरेन्द्र सचदेवा और नेता विपक्ष विजेन्द्र गुप्ता ने आज इस मुद्दे पर प्रदेश पार्टी मुख्यालय में पत्रकार वार्ता की। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली सरकार डिजिटल फ्रॉड करने वालों की तरह ही धोखाधड़ी कर रही है। बिना नोटिफिकेशन की स्कीम लाकर जनता को खासकर महिलाओं और बुजुर्गों को गुमराह किया जा रहा है।

सचदेवा ने कहा कि इतिहास में पहली बार है कि मुख्यमंत्री और सत्ताधारी दल 12 साल की सत्ता के बाद झूठी योजनाओं का प्रचार कर रहे हैं और अंततः जनता को गुमराह होने से बचाने के लिए अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाते हुए जनता को जागरूक करने के लिए “सार्वजनिक चेतावनी” जारी करनी पड़ी है।

दूसरी ओर नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने आज समाचार पत्रों में जारी सार्वजनिक नोटिस में कहा, “यह स्पष्ट किया जाता है कि दिल्ली सरकार द्वारा ऐसी कोई योजना अधिसूचित नहीं की गई है।” जरा सोचिए ये किस तरह से दिल्ली की महिलाओं को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। महिलाओं के साथ छल का सबक जनता केजरीवाल को सिखाएगी।

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