गोड्डा। गोड्डा विधानसभा सीट से दमदार जीत हासिल करने वाले राष्ट्रीय जनता दल विधायक संजय प्रसाद यादव को हेमंत सोरेन की कैबनेट में मंत्री बनाया गया है। झारखंड-बिहार के कद्दावर नेता के रूप में उन्होंने अपनी पहचान कायम रखी है।
राजद के प्रदेश प्रधान महासचिव रह चुके हैं संजय प्रसाद यादव
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के प्रदेश प्रधान महासचिव के रूप में संजय प्रसाद यादव ने संगठन को मजबूत बनाया। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव और उनके पुत्र तेजस्वी यादव के साथ उनके घनिष्ठ संबंध हैं।
2000 में पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे संजय प्रसाद यादव
वर्ष 2000 के विधानसभा चुनाव में संजय प्रसाद यादव गोड्डा विधानसभा सीट से पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। उन्होंने कांग्रेस विधायक रजनीश आनंद को हराया था।
2009 में झारखंड विधानसभा के लिए चुने गये संजय प्रसाद
वर्ष 2005 में झारखंड राज्य में पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए, तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मनोहर प्रसाद टेकरीवाल ने उन्हें पराजित कर दिया। वर्ष 2009 में संजय यादव एक बार फिर विधानसभा के सदस्य निर्वाचित हुए। संजय प्रसाद यादव ने रघुनंदन मंडल को पराजित किया।
2014, 2016 और 2019 में भाजपा प्रत्याशी से हारे संजय यादव
वर्ष 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा के रघुनंदन मंडल ने उन्हें हरा दिया। वर्ष 2016 में गोड्डा विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए, तो रघुनंदन मंडल के पुत्र अमित मंडल ने संजय प्रसाद यादव को पराजित कर दिया। वर्ष 2019 में भी संजय प्रसाद यादव को हार का सामना करना पड़ा।
2024 में किला फतह करके मंत्री बने संजय प्रसाद यादव
संजय प्रसाद यादव वर्ष 2024 के झारखंड विधानसभा चुनाव में पूरे दमखम के साथ मैदान में उतरे और किला फतह कर लिया। चर्चा थी कि देवघर से निर्वाचित हुए राजद विधायक सुरेश पासवान को हेमंत सोरेन कैबिनेट में जगह मिलेगी, लेकिन संजय प्रसाद यादव को लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव से नजदीकी का फायदा मिला और उन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिल गयी।
बांका जिले के रहने वाले हैं संजय, गोड्डा से तीसरी बार बने विधायक
संजय प्रसाद यादव बिहार के बांका जिले के रहने वाले हैं। गोड्डा के महगामा प्रखंड के धरमुडीह गांव में उनकी शादी कल्पना देवी से हुई है। संजय प्रसाद यादव को गोड्डा विधानसभा की जनता ने तीसरी बार अपना प्रतिनिधि चुना है।