नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल के आखिरी ‘मन की बात कार्यक्रम में स्वास्थ्य क्षेत्र में भारत को मिली दो बड़ी उपलब्धियों की तारीफ की। प्रधानमंत्री ने कहा, इन दो उपलब्धियों ने न सिर्फ दुनियाभर का ध्यान आकर्षित किया है, साथ ही देशवासियों को गौरवान्वित भी महसूस कराया है। पहली उपलब्धि मलेरिया से लड़ाई से संबंधित है, जो आजादी के समय से ये हमारे लिए सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौती रही है जिसके रोकथाम और इससे होने वाली मौतों में काफी कमी आई है।
दूसरी उपलब्धि कैंसर के खिलाफ जंग को लेकर है। पहले की तुलना में अब भारत में समय पर कैंसर का इलाज शुरू होने की संभावना काफी बढ़ गई है। समय पर इलाज का मतलब है कैंसर के मरीज का इलाज 30 दिनों के भीतर ही शुरू हो जाना, जिससे न सिर्फ इस बीमारी को फैलने से रोकने में मदद मिलती है साथ ही रोगी की जान बचने की संभावना भी काफी बढ़ जाती है।
भारत ने अथक प्रयासों की मदद से मलेरिया और कैंसर को लेकर जो सफलाएं पाई है वह निश्चित ही सराहनीय हैं, आइए इस बारे में विस्तार से समझते हैं।
80 फीसदी तक कम हुआ मलेरिया का खतरा
मलेरिया के रोकथाम और मृत्युदर कम होने को लेकर मिली सफलता की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मलेरिया की बीमारी 4000 वर्षों से मानवता के लिए एक बड़ी चुनौती रही है। आजादी के समय भी ये हमारे लिए सबसे बड़ी स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक थी। एक महीने से लेकर पांच साल तक के बच्चों की जान लेने वाली सभी संक्रामक बीमारियों में मलेरिया का तीसरा स्थान है। आज संतोष से कहा जा सकता है कि देशवासियों ने मिलकर इस समस्या का दृढ़ता से मुकाबला किया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की रिपोर्ट कहती है भारत में 2015 से 2023 के बीच मलेरिया के मामलों और इससे होने वाली मौतों में 80 प्रतिशत तक कमी आई है। यह सफलता जन-जन की भागीदारी से मिली है। प्रधानमंत्री ने असम के चाय बागान क्षेत्रों और हरियाणा के कुरुक्षेत्र में लोगों की भागीदारी और मलेरिया रोकथाम को लेकर किए गए प्रयासों की सराहना की।
कैंसर से जंग हुई आसान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैंसर को लेकर किए गए प्रयासों की भी खूब तारीफ की। प्रधानमंत्री ने द लैंसेट के अध्ययन रिपोर्ट की जिक्र करते हुए कहा कि भारत में अब समय पर इस रोग का इलाज शुरू होने का संभावना पहले की तुलना में काफी बढ़ गई है, जो इस रोग के कारण होने वाली मृत्युदर को कम करने में महत्वपू्र्ण भूमिका निभाती है।
प्रधानमंत्री ने कहा, कैंसर के इलाज को आसान बनाने में आयुष्मान भारत योजना की भूमिका काफी महत्वपूर्ण रही है। इसकी मदद से कैंसर के 90 प्रतिशत मरीज समय पर इलाज प्राप्त कर रहे हैं। आयुष्मान भारत योजना ने कैंसर के इलाज को लेकर होने वाले खर्च की टेंशन को काफी कम कर दिया है। कैंसर के इलाज को लेकर पहले की तुलना में अब लोग काफी जागरूक भी हुए हैं।