हजारीबाग। तिलकुट की साैंधी खुशबू से पूरा शहर महकने लगा है। मकर संक्राति के नजदीक आते ही ठंड में भी तिलकुट का बाजार गर्म है। बिहार के कारीगरों के जरिए तिलकुट तैयार किया जा रहा है। इन दिनाें यहां के बाजाराें में तिलकुट की साैंधी खुशबू से वातावरण महक उठा है। मेन राेड, इन्द्रपुरी चाैक, कल्लू चाैक सहित कई स्थानाें में तिलकुट बनाने का काम किया जा रहा है।

दरअसल मकर संक्राति पर चूड़ा -दही के साथ तिल खाने की परंपरा है। ऐसे में हर सनातन धर्म के लाेग यहां संक्राति काे लेकर तिलकुट की खरीदारी करते हैं। तिलकुट व्यापारी मानकी साव ने बताया कि यहां तिलकुट की थाेक और खुदरा का व्यापार किया जाता है। 175 रूपये से लेकर पांच साै रूपये तक का तिलकुट उपलब्घ है। हर साल की तरह इस बार भी शुगर के मरीजाें काे ख्याल में रखते हुए शुगर फ्री तिलकुट बनाया गया है। तिलकुट के अलावे बादाम पट्टी, लड्डू बादाम भी उपलब्ध है। हमारे दुकान की तिलकुट चतरा, सिमरिया, काेडरमा, बडकागांव सहित कई क्षेत्राें में बिक्री की जाती है। यहां हाॅलसेल से लेकर रिटेल तक की सुविधा उपलब्ध है।

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