गिरिडीह: भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति मामले में झारखंड की भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने बुधवार को गिरिडीह में एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया। एसीबी की टीम ने बोड़ो स्थित टाटा मोटर्स मोटोजेन शोरूम को पूरी तरह से सील कर दिया है। यह कार्रवाई निलंबित आईएएस अधिकारी विनय कुमार चौबे और उनके सहयोगियों के खिलाफ चल रही जांच के सिलसिले में की गई है। इस अचानक हुई कार्रवाई से गिरिडीह के प्रशासनिक और व्यापारिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
अवैध कमाई के निवेश का शक जांच एजेंसियों के मुताबिक, निलंबित आईएएस विनय कुमार चौबे पर अपने पद का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। एसीबी को पुख्ता जानकारी मिली है कि इस काली कमाई का एक बड़ा हिस्सा उनके खास सहयोगी और ऑटोमोबाइल कारोबारी विनय सिंह व उनकी पत्नी स्निग्धा सिंह के माध्यम से विभिन्न व्यवसायों में निवेश किया गया था। सील किया गया शोरूम स्निग्धा सिंह के नियंत्रण में संचालित हो रहा था। स्निग्धा सिंह फिलहाल फरार बताई जा रही हैं और उनकी तलाश में दिल्ली और बिहार में भी छापेमारी की गई है।
दस्तावेजों की गहन जांच और राज्यव्यापी कार्रवाई एसीबी की टीम ने स्थानीय पुलिस के सहयोग से शोरूम में प्रवेश किया और घंटों तक वित्तीय लेन-देन, आयकर रिटर्न, और निवेश से संबंधित महत्वपूर्ण दस्तावेजों को खंगाला। केवल गिरिडीह ही नहीं, बल्कि धनबाद, कोडरमा, रांची और देवघर में स्थित टाटा मोटर्स के शोरूमों पर भी एसीबी की टीमों ने दबिश दी है। जांच में यह तथ्य सामने आया है कि इन शोरूमों में आईएएस अधिकारी की बेनामी संपत्ति का बड़ा हिस्सा खपाया गया था।
फिलहाल, गिरिडीह के बोड़ो स्थित शोरूम के बाहर सुरक्षा के मद्देनजर भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। एसीबी के अधिकारियों का कहना है कि जब्त दस्तावेजों के विश्लेषण के बाद इस मामले में कई और बड़े नामों का खुलासा हो सकता है। यह कार्रवाई झारखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रहे अभियान में एक बड़ा मील का पत्थर मानी जा रही है।

