पूर्वी सिंहभूम। सिदगोडा थाना क्षेत्र अंतर्गत बाबूडीह में हुई मारपीट और फायरिंग की घटना में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। इस मामले में फरार चल रहे दो आरोपिताें को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपिताें की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पिस्टल और दो जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं। बरामद हथियार के आधार पर आर्म्स एक्ट के तहत अलग से एक और मामला दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है।
रविवार को सिदगोड़ा थाना प्रभारी बिरेन्द्र ने जानकारी देते हुए बताया कि 10 दिसंबर 2025 की शाम करीब 5.30 बजे बाबूडीह इलाके में राज शर्मा, सोनु शर्मा, मनोज शर्मा और अन्य अज्ञात लोगों ने श्याम महानन्द मुखी और उनकी पत्नी के साथ मारपीट की थी। मारपीट के दौरान श्याम महानन्द मुखी, उनकी पत्नी मंजु महानन्द मुखी और गुरुवारी मुखी को पत्थरों से हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। घटना के बाद जब आरोपित भागने लगे तो स्थानीय लोगों ने उन्हें घेर लिया। इसी दौरान राज शर्मा के मित्र बिरु नामता ने पिस्टल से हवाई फायरिंग कर दहशत फैलाई थी।
इस घटना को लेकर सिदगोडा थाना में विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था। मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने 11 दिसंबर को ही राज शर्मा, मनोज शर्मा और विकास भूईया उर्फ तेल को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। शेष आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही थी।
इसी क्रम में 27/28 दिसंबर 2025 की रात पुलिस ने सोनु शर्मा और बिरु नामता को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान बिरु नामता की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त पिस्टल और दो राउंड जिंदा कारतूस बरामद किए गए। हथियार की बरामदगी के बाद सिदगोडा थाना कांड संख्या 185/2025 28 दिसंबर 2025 को आर्म्स एक्ट के तहत नया मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आराेपिताें में बिरु नामता, वर्तमान पता पायल सिनेमा के पीछे रामकृष्ण कॉलोनी, थाना ओलीडीह तथा स्थायी पता ग्राम महुलिया, थाना गालुडीह, जिला पूर्वी सिंहभूम शामिल है।
दूसरा आरोपित सोनु शर्मा, पिता मनोज शर्मा, निवासी कोन्दा बस्ती बाबूडीह, पोस्ट एग्रिको, थाना सिदगोडा, जिला पूर्वी सिंहभूम, जमशेदपुर है।
इस कार्रवाई को सफल बनाने में सिदगोडा थाना की पुलिस टीम की अहम भूमिका रही। छापेमारी दल में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी बिरेन्द्र कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक विकास कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक राजूलाल स्वांसी, सहायक अवर निरीक्षक कृष्ण कुमार तथा सशस्त्र बल शामिल थे। पुलिस का कहना है कि मामले में आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है और शेष पहलुओं की भी जांच की जा रही है।

