पतरातू में ग्रामिणों ने आज सुबह गाड़ी समेत योगेंद्र साव का घेराव कर उन्हें घंटों बंधक बनाये रखा। मौके पर बीच-बचाव करने एसडीपीओ और पतरातू थाना सहित अन्य थाना की पुलिस मौके पर पहुंची। सभी ने मिलकर किसी तरह ग्रामिणों को शांत कराया और योगेंद्र साव को सही सलामत ग्रामिणों के गिरफ्त से बाहर निकाला।
बता दें कि पूर्व मंत्री योगेंद्र साव के खिलाफ पतरातू डैम के समीप जमीन कब्जा करने का आरोप है। जिसे लेकर आज भी ग्रमिणों में आक्रोश है और मेलानी गांव और उचरिंगा के ग्रामीण लगातार उनका विरोध कर रहे हैं।
मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जाती है
रैयत अमरनाथ महतो ने बताया कि योगेद्र साव के बेटे सुमित, पंकजनाथ साहू अपने कार्यकर्ता के साथ रैयती जमीन पर जबरन कब्जा कर घेराबंदी करना चाहते हैं। रोकने पर मारपीट और जान से मारने की धमकी दी जाती है। योगेद्र साव के द्वारा अज्ञात लोगों द्वारा धमकी दी जाती है। 2020 से ही उक्त जमीन पर ये लोग दावा कर रहे हैं। जबकि यह रैयती जमीन है और इसी मामले को लेकर सीओ और थाना प्रभारी से कई बार शिकायत की गयी, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं की गयी।
बुधवार को योगेद्र साव समर्थक के साथ पहुंचे और घेराबंदी का काम शुरू करवा दिया। मामले की सूचना स्थानीय पुलिस को दी गयी। मौके पर पहुंचकर पुलिस काम बंद करवा दिया। लेकिन पुलिस के जाने के बाद दुबारा काम शुरू कर दिया गया। जबकि उक्त जमीन पर धारा 107 लगा हुआ है। मामले को लेकर थाने में धरना दिया गया, तो पुलिस द्वारा लिखित शिकायत की मांग की गयी। लिखित शिकायत देने के बाद पुलिस ने पहुंचकर काम बंद करवा दिया है।