– लोहरदगा, गोला और बोकारो में जेसीबी और ट्रैक्टर फूंका
-तीनों जगह लेवी का है मामला, सभी निर्माण काम में थे लगे
-मजदूरों की पिटाई भी की, बम विस्फोट कर फैलायी दशहत
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। राज्य में एक ओर नक्सलियों के खिलाफ पुलिस सख्त कदम उठा रही है। पांच दिन पहले तीन अप्रैल को पुलिस ने चतरा में पांच नक्सलियों के मार गिराया था। साथ ही विभिन्न इलाकों में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसबीच नक्सली भी घटना को अंजाम देने से पीछे नहीं हट रहे हैं। मौका मिलते ही अपनी धमक दिखाने की कोशिश कर रहे हैं। शुक्रवार रात और शनिवार अहले सुबह राज्य के तीन अलग-अलग हिस्सों लोहरदगा, गोला और बोकारो में नक्सलियों ने अपनी मौजूदगी दर्ज करायी। उन्होंने निर्माण कार्य से जुड़ी कंपनियों का जेसीबी और ट्रैक्टर फूंका। बम विस्फोट कर दहशत फैलाने की कोशिश की। हालांकि ये सभी मामले लेवी से जुड़े हुए हैं।
लोहरदगा में पीएलएफआइ उग्रवादियों ने मचाया तांडव
उग्रवाद प्रभावित लोहरदगा जिले के कुडू थाना क्षेत्र के मकान्दू गांव में स्थित बालाजी स्टोन ट्रेडिंग वर्क्स लिमिटेड के स्टोन माइंस और क्रशर प्लांट पर पीएलएफआइ उग्रवादियों ने शुक्रवार देर रात हमला कर जमकर तांडव मचाया। उग्रवादियों ने क्रशर प्लांट में साइलेंट डीजी जेनरेटर और पोकलेन मशीन को आग लगी दी। दहशत फैलाने के लिए दो बम विस्फोट भी किया। घटना शुक्रवार देर रात की है। घटना की पुष्टि कुडू थाना प्रभारी विश्वजीत कुमार सिंह ने की है। पुलिस अधीक्षक आर रामकुमार और डीएसपी परमेश्वर प्रसाद ने घटना की विस्तृत जानकारी ली है। कुडू थाना में पीएलएफआई उग्रवादियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है। घटना के बाद क्रेशर में कामकाज बंद हो गया है। आसपास के इलाकों में दहशत है। प्राप्त जानकारी के अनुसार उग्रवादियों ने बालाजी स्टोन ट्रेडिंग वर्क्स लिमिटेड के मालिक से लेवी के लिए दबाव बनाया था। लेवी राशि नहीं मिलने के कारण पीएलएफआइ उग्रवादियों ने घटना को अंजाम दिया।
बालाजी स्टोन ट्रेडिंग वर्क्स लिमिटेड के मुंशी सुनील सिंह ने बताया कि मध्य रात्रि में लगभग आधा दर्जन ससस्त्र उग्रवादी पहुंचे। काम बंद करने को कहा। उग्रवादियों ने कहा तुम लोगों का मालिक लेवी का रुपया नहीं दिया है। हम लोग कृष्णा यादव के आदमी हैं। इसलिए काम बंद करा आग लगा रहे हैं। पोकलेन आॅपरेटर धर्मेंद्र यादव ने बताया रात को काम कर रहा था। आधा दर्जन उग्रवादी पहुंचे और पथराव किया। पोकलेन से उतारकर पिटाई की। इसके बाद पोकलेन में आग लगा दी। घटना के संदर्भ में थाना प्रभारी विश्वजीत कुमार सिंह ने कहा कि पीएलएफआइ संगठन का हाथ है। लेवी वसूली को लेकर घटना को अंजाम दिया गया है। पुलिस पूरे मामले की छानबीन कर रही है। घटना में शामिल उग्रवादियों की धरपकड़ के लिए भी छापामारी अभियान चलाया जा रहा है।
गोला में पुल निर्माण में लगे दो जेसीबी और तीन ट्रैक्टर फूंका
गोला थाना क्षेत्र के परसाडीह गांव में शुक्रवार की देर रात को हथियार बंद नक्सलियों ने पुल निर्माण में लगे दो जेसीबी और तीन ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। ये सभी रविंद्र महतो कंस्ट्रक्शन के थे। नक्सलियों ने काम में लगे चार मजदूरों को जमकर पिटाई कर घायल कर दिया। निर्माण स्थल पर बने कमरे को आग के हवाले कर दिया। जिसमें कंपनी के कुछ रुपये और महत्वपूर्ण कागजात की जलने की चर्चा है।
जानकारी के अनुसार परसाडीह में पिछले 2019 से 14 करोड़ रुपये की लागत से दामोदर नदी में पुल का निर्माण कार्य चल रहा है। श्ुक्रवार रात को रविंद्र महतो कंस्ट्रक्शन के निर्माण साइट पर 15 से 20 लोग वर्दी पहनकर पहुंचे। इसके बाद एक-एक करके पांचों वाहनों को आग के हवाले कर दिया। वर्दी के कारण ही नक्सली घटना की बात कही जा रही है। बताया जा रहा है कि नक्सलियों ने अपना वर्चस्व दिखाने और लेवी नहीं मिलने पर घटना को अंजाम दिया है। हालांकि पुलिस ने अभी तक नक्सली हमले की पुष्टि नहीं की है। घटना की सूचना मिलते ही रामगढ एसपी पीयूष पांडे, एसडीपीओ किशोर रजक थाना प्रभारी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इस घटना को लेकर क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
बोकारो में निर्माण कार्य से जुड़े व्यक्ति के घर पर हमला
नक्सलियों ने बोकारो जिले के गोमिया के केरी इलाके में देर रात तांडव मचाया है। नक्सलियों ने क्षेत्र के निवासी रामलोचन साव (लीला साव) के घर के बाहर खड़े जेसीबी और चार ट्रैक्टर में आग लगा दिया। हालांकि इस अगजनी में ट्रैक्टर पूरी तरह जलने से बच गया, लेकिन जेसीबी जल कर राख हो गयी। जानकारी के मुताबिक अइयर गांव के निकट एक पानी टंकी निमार्णाधीन है। जलापूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाया जा रहा है। इस काम में लीला साव का ट्रैक्टर और जेसीबी काम में लगा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक लीला साव देर रात बाइक से एक कार्यक्रम से घर लौटे। घर के पास उन्होंन देखा कि एक व्यक्ति नक्सली वर्दी में मौजूद था और सड़क निर्माण में लगे मुंशी को बिठा रखा था। उन्हें देखते ही नक्सली ने अपने साथियों को आवाज दे कर कहा कि लीला साल आ गया। लीला साव को तत्काल समझ में आ गया कि नक्सलियों ने हमला किया है। वह बाइक लेकर वहां से फरार हो गये। उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। साथ ही घरवालों को फोन पर अगाह किया कि नक्सली वहां हैं। घर से वह बाहर नहीं निकलें। घटना स्थल पर पुलिस और फायर बिग्रेड की गाड़ियां पहुंची, तब तक नक्सली भाग चुके थे। इस बीच नक्सलियों ने जेसीबी और ट्रैक्टर को आग के हवाले कर दिया। लीला साव के बेटे ने बताया कि उग्रवादी जोर से चिल्ला रहे थे, जो पाइपलाइन में काम करेगा, उसके साथ ऐसा होगा। नक्सलियों ने यह हमला लेवी को लेकर किया था। हालांकि पुलिस ने नक्सली हमले की अभी तक पुष्टि नहीं की है और मामले की जांच में लगी हुई है।