– विद्यार्थी परिषद के कथनी और करनी में नहीं होता कोई अंतर : डॉ राजशरण शाही
– अभाविप छात्रों को समस्या नहीं, मानती है समाधान : डॉ राजशरण शाही
-देशविरोधी ताकतों से वैचारिक संघर्ष करने वाली पीढ़ी को तैयार करे अभाविप : साक्षी सिंह
बहराइच। शहर के एक रिसॉर्ट में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अवध प्रांत की दो दिवसीय प्रांतीय कार्य समिति एवं कार्यकारिणी बैठक शुरू हुई। मां सरस्वती एवं स्वामी विवेकानंद के चित्रों पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से उद्घाटन सत्र का प्रारंभ अभाविप के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही एवं राष्ट्रीय मंत्री साक्षी सिंह ने किया।
इस मौके पर राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही ने सत्य अनुसन्धान की धरती महर्षि अष्टावक्र की कर्मभूमि बहराइच से सत्य के प्रति साहसपूर्वक कार्य करने पर बल दिया। ज्ञान-शील-एकता के अभाविप के मंत्र के प्रथम उद्घोषक के रूप में ‘अप्प दीपो भव:’ का संदेश देने वाले भगवान बुद्ध का स्मरण किया। शाही ने शैक्षिक परिसरों में कार्यकर्ताओं को राष्ट्रीय एवं सामाजिक मुद्दों पर स्वाध्याय मण्डल के माध्यम से सक्रियता बढ़ाने पर जोर दिया। अभाविप के 45 लाख कार्यकर्ताओं के द्वारा राष्ट्रीय पुननिर्माण के संकल्प को दोहराया।
उन्होंने कहा कि अभाविप छात्रों को समस्या नहीं बल्कि समाधान मानती है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की ‘कथनी और करनी’ में कोई अंतर नहीं होता। राष्ट्रीय मंत्री साक्षी सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बनने एवं लागू कराने में अभाविप की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। देशविरोधी ताकतों से वैचारिक संघर्ष करने वाली पीढ़ी को तैयार करने में अभाविप को ध्यान देने की आवश्यकता है।
इसके पूर्व सत्र में प्रस्ताविकी पर चर्चा करते हुए प्रो. नीतू सिंह ने बहराइच के पौराणिक महत्व को याद करते हुए दो दिवसीय चर्चा में प्रतिभाग करने का आह्वान किया। आज़ादी के 75 वर्ष पर अभाविप के प्रयासों की सराहना की तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के क्रियान्वयन पर अभाविप कार्यकर्ताओं को सजगता से लगने पर बल दिया। इसी के साथ विभिन्न आयामों के क्रियाकलापों के माध्यम से परिसरों में सक्रिय भूमिका को रेखांकित किया।
प्रो. नीतू सिंह ने छात्राओं की सहभागिता बढ़ाने पर और प्रयास करने पर जोर दिया। प्रान्त मंत्री आकाश पटेल ने अभाविप अवध प्रान्त की सक्रियता की चर्चा करते हुए पाठ्यक्रमों के सुसंगतिकरण को आवश्यक बताया।
प्रान्त संगठन मंत्री अंशुल द्वारा परिसर कार्य एवं कार्यपद्धति पर कार्यकर्ताओं से चर्चा का आग्रह किया। जिसमें राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ राजशरण शाही ने कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। दो दिन में कुल नौ सत्रों में यह बैठक रविवार तक चलेगी। जिसमें अवध प्रान्त के दायित्ववान कार्यकर्ताओं के बीच गहन विचार मंथन किया जायेगा।