Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, May 10
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»महाकाल लोक में क्षतिग्रस्त हुई मूर्तियां संबंधित ठेकेदार से पुन: कराई जाएंगी स्थापित: भूपेन्द्र सिंह
    देश

    महाकाल लोक में क्षतिग्रस्त हुई मूर्तियां संबंधित ठेकेदार से पुन: कराई जाएंगी स्थापित: भूपेन्द्र सिंह

    adminBy adminMay 30, 2023No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    – नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने महाकाल महालोक के संबंध में दी जानकारी
    – 28 मई को तेज आंधी व बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त हो गई मूर्तियों का मामला

    भोपाल। दो दिन पहले तेज आंधी-तूफान में उज्जैन के महाकाल लोक में सप्तऋषियों की 7 में से 6 मूर्तियां गिरकर क्षतिग्रस्त हो गई थीं। इस मामले में राज्य सरकार ने खुद को क्लीनचिट देते हुए कांग्रेस के भ्रष्टाचार के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। प्रदेश के नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने कहा कि महाकाल लोक में कोई भ्रष्टाचार नहीं हुआ है। महाकाल लोक पर कांग्रेस गंदी राजनीति कर रही है। उज्जैन कमिश्नर की रिपोर्ट मिल गई है। आंधी-तूफान की वजह से मूर्तियां गिरी हैं। संबंधित ठेकेदार से एक सप्ताह में पुनः मूर्तियों को स्थापित कराएंगे।

    मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि 28 मई की शाम तेज बारिश एवं आंधी के साथ बवंडर की स्थिति महाकाल मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र में निर्मित हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग भोपाल की रिपोर्ट के अनुसार उज्जैन जिले में 55 किमी प्रति घण्टे की गति से हवा चलना बताया गया है।

    उन्होंने कहा कि महाकाल मंदिर के पास श्रीमहाकाल महालोक में 100 से अधिक एफआरपी (फाइबर रेनफोर्स्ड पोलिमर) की मूर्तियाँ स्थापित है। इनमें कई मूर्तियाँ 10 फीट से अधिक ऊँचाई तथा वृहद आकार की हैं। इन्हीं 100 से अधिक मूर्तियों में से एफआरपी से निर्मित सप्त ऋषियों की मूर्ति भी 10 फीट ऊँचे स्तंभ पर स्थापित थीं तथा इन सात मूर्तियों की ऊँचाई लगभग 11 फीट की है। इन सप्त ऋषियों की मूर्तियाँ रूद्रसागर, त्रिवेणी मण्डपम एवं कमल कुण्ड के बीच में स्थित होने से संभवत: यहाँ तेज आंधी एवं बारिश का बवंडर निर्मित हुआ तथा आंधी का प्रभाव अधिक रहा। इस प्राकृतिक आपदा के चलते इन सप्त ऋषियों की मूर्तियों में से छह मूर्तियाँ पेडस्टल से अलग होकर नीचे गिर गईं। 10 फीट ऊँचाई से गिरने तथा लगभग तीन क्विंटल वजन होने के कारण यह मूर्तियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं। इस क्षेत्र में स्थापित अन्य एफआरपी की मूर्तियों पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा।

    उल्लेखनीय है कि प्रश्नाधीन कार्य की निविदा 4 सितम्बर 2018 को जारी की गई थी। इसकी स्वीकृति उज्जैन स्मार्ट सिटी की 7 जनवरी 2019 को हुई 11वीं बोर्ड मीटिंग में दी गई थी। स्मार्ट सिटी कम्पनी उज्जैन द्वारा एलओए (लेटर ऑफ एग्रीमेंट) 25 फरवरी 2019 को तथा कार्यादेश 7 मार्च 2019 को जारी किया गया था। इस कार्य के लिये जारी निविदा में सफल निविदाकार को महाकाल रूद्र सागर एकीकृत विकास क्षेत्र (मृदा) फेज-1 में शामिल विभिन्न कार्यों को स्कोप ऑफ वर्क एवं स्वीकृत दरों पर करने के निर्देश दिये गये थे। यह कार्य कान्ट्रेक्ट में अनुमानित लागत से 0.76 प्रतिशत कम के थे। साथ ही इस कार्य में मृदा क्षेत्र में प्लाजा का विकास करना सम्मिलित था। स्कोप ऑफ वर्क में 9 फीट, 10 फीट, 11 फीट एवं 15 फीट ऊँचाई की लगभग 100 एफआरपी की मूर्तियाँ शामिल थीं तथा इस कार्य की लागत 7 करोड़ 75 लाख रुपये प्रावधानित थी। सफल निविदाकार को प्लाजा क्षेत्र के आर्ट वर्क का अनुमोदन स्मार्ट सिटी कम्पनी से कराया जाना था। सफल निविदाकार ने प्लाजा क्षेत्र में सम्पूर्ण आर्ट वर्क का प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत किया, जिसमें इन एफआरपी मूर्तियों की स्थापना भी सम्मिलित थी। स्मार्ट सिटी कम्पनी उज्जैन द्वारा 18 जून 2019 की बैठक में प्रस्ताव के परीक्षण के बाद प्लाजा क्षेत्र के इस सम्पूर्ण आर्ट वर्क का अनुमोदन किया गया।

    निविदा की शर्तों के अनुसार एफआरपी से संबंधित कार्यों में भुगतान का शेड्यूल निम्नानुसार नियत था। सामग्री प्रदाय पर 20 प्रतिशत, डिजाइनिंग, मूर्तिकला, नक्काशी, फिनिशिंग होने पर 40 प्रतिशत, मूर्ति स्थापित करने पर 25 प्रतिशत और कार्य पूर्ण हाने के बाद हस्तांतरण पर 15 प्रतिशत। निविदा के उक्त शर्तों के तहत मूर्तियों की सामग्री की आपूर्ति का भुगतान 13 जनवरी 2020, डिजाइनिंग, नक्काशी आदि का भुगतान 28 फरवरी 2020 तथा मूर्ति स्थापना के कार्य का 31 मार्च 2021 को भुगतान किया गया था।

    भूपेन्द्र सिंह ने बताया कि इस निविदा में सफल निविदाकार की यह जिम्मेदारी थी कि वह एफआरपी सामग्री का थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन करवा कर उसकी रिपोर्ट स्मार्ट सिटी कम्पनी से संबंधित प्रोजेक्ट इंजीनियर को प्रस्तुत करेगा। इस शर्त के तहत मूर्तियों के इस कार्य में उपयोग होने वाली एफआरपी सामग्री का थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन प्रतिष्ठित संस्था सिपेट भोपाल से करवाया गया था। सिपेट की टेस्ट रिपोर्ट 12 फरवरी 2022 में यह एफआरपी सामग्री मानकों के अनुसार पाई गई थी। साथ ही उज्जैन स्मार्ट सिटी कम्पनी ने तकनीकी पर्यवेक्षक टीम, जिसमें अधीक्षण यंत्री, कार्यपालन यंत्री, सहायक यंत्री एवं उप यंत्री शामिल हैं तथा इनके सहयोग हेतु प्रोजेक्ट डेवलपमेंट एण्ड मॉनिटरिंग कंसलटेंसी के रूप में राष्ट्रीय स्तर की कम्पनी आईपीई ग्लोबल भी नियुक्त थी। आईपीई ग्लोबल की ओर से टीम लीडर, आर्किटेक्ट, साईट इंजीनियर, क्वालिटी इंजीनियर आदि द्वारा भी कार्यों का मूल्यांकन, सत्यापन एवं पर्यवेक्षण किया गया था।

    उन्होंने बताया कि आंधी, तूफान एवं बारिश की इस प्राकृतिक आपदा के तहत क्षतिग्रस्त हुई मूर्तियों को डीएलपी (डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड) में होने के कारण संबंधित ठेकेदार द्वारा अतिशीघ्र मूर्तियाँ पुन:स्थापित की जाएंगी। शेष मूर्तियों का भी ऐहतियात के तौर पर परीक्षण कराया जा रहा है।

    उन्होंने बताया कि मूर्तियों के निर्माण में एफआरपी सामग्री का उपयोग होता आया है। उदाहरण स्वरूप महाराष्ट्र के पंढरपुर शेगाँव में, दिल्ली स्थित किंगडम ऑफ ड्रीम, अक्षरधाम मंदिर, कुरूक्षेत्र में, सिक्किम स्थित मंदिरों तथा बाली इंडोनेशिया के धार्मिक स्थल के साथ-साथ देश के अन्य स्थानों पर समय-समय पर मूर्तियों एवं प्रतिमाओं के निर्माण में एफआरपी सामग्री का उपयोग किया जाता रहा है और वर्तमान में भी किया जा रहा है। इसी तर्ज पर उज्जैन श्रीमहाकाल महालोक में भी मूर्तियों के निर्माण में निविदा शर्तों के तहत एफआरपी सामग्री का उपयोग किया गया तथा यह एफआरपी सामग्री थर्ड पार्टी निरीक्षण में गुणवत्तापूर्ण पाई गई थी। तेज आंधी-तूफान, बारिश की प्राकृतिक आपदा के चलते हवा के दबाव में तीन क्विंटल वजनी यह मूर्तियाँ 10 फीट ऊपर से गिरने से क्षतिग्रस्त हुई हैं। इसका तुरंत संज्ञान लिया गया है और शीघ्र ही इन मूर्तियों को पुनर्स्थापित करने की कार्यवाही की जा रही है।

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleजैक 12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित, सृष्टि कॉमर्स और कशिश आर्ट्स के टॉपर बने
    Next Article मुंबई आतंकी हमलों की साजिश रचने वालों में शामिल लश्कर आतंकी भुट्टावी की पाकिस्तान जेल में मौत
    admin

      Related Posts

      संघर्ष विराम हुआ लेकिन आतंकवाद के खिलाफ कठोर रवैया जारी रहेगाः जयशंकर

      May 10, 2025

      संघर्ष विराम: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक और संसद के विशेष सत्र की मांग की

      May 10, 2025

      भारत-पाकिस्तान में सैन्य कार्रवाइयां बंद करने पर सहमति, 12 मई को फिर होगी डीजीएमओ स्तर की वार्ता

      May 10, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • संघर्ष विराम हुआ लेकिन आतंकवाद के खिलाफ कठोर रवैया जारी रहेगाः जयशंकर
      • संघर्ष विराम: कांग्रेस ने प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक और संसद के विशेष सत्र की मांग की
      • देश के लिए मर मिटने वाले जवानों को अपमानित किया जा रहा : बाबूलाल
      • मंत्री सुदिव्य का बिरसा समाधि स्थल दौरा, विकास का दिया भरोसा
      • मास्को में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने भारतीय प्रवासियों से किया संवाद
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version