रांची: शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने कहा कि छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है। इसके लिए शिक्षकों की नियुक्ति, छात्राओं के लिए कॉलेज बस सेवा, प्रयोगशाला एवं पुस्तकालयों का नवीनीकरण आदि का कार्य किया जा रहा है। सरकार विद्यार्थियों की प्रतिभा को निखारने के लिए समागम का भी आयोजन कर रही है। साथ ही मुख्यमंत्री फेलोशिप योजना के तहत मेधावी और निर्धन छात्रों को एक लाख रुपये दिये जायेंगे। शिक्षा मंत्री ने उक्त जानकारी शुक्रवार को सूचना भवन के सभागार में पत्रकारों को दी।
95 फीसदी छात्रों के बैंक खाते खुले : उन्होंने कहा कि सरकार की पहली प्राथमिकता है कि राज्य का हर बच्चा स्कूल तक पहुंचे। इसके लिए योजनाएं चलायी जा रही हैं। मुख्यमंत्री फैलोशिप योजना के माध्यम से सरकार मेधावी एवं निर्धन छात्र- छात्राओं को उच्च शिक्षा या विदेश में शिक्षा के लिए एक लाख रुपये तक का मदद दे रही है। भ्रष्टाचार पर रोक के लिए विद्यार्थियों को दी जाने वाली राशि का भुगतान उनके खाते में किया जा रहा है। पिछले दो वर्षों में विभाग ने उच्च विद्यालय के 95 प्रतिशत और मध्य विद्यालय के 80 प्रतिशत से अधिक छात्र- छात्राओं का बैंक खाता खुलवा चुकी है।
संस्कृत और मदरसा विद्यालयों को मिलेगा अनुदान : नीरा यादव ने बताया कि कस्तूरबा विद्यालय में अब +2 तक की पढ़ाई हो रही है। साथ ही इन स्कूलों में अब विज्ञान और कॉमर्स की भी पढ़ाई शुरू की गयी है। सरकार ने पहली बार राज्य के संस्कृत और मदरसा विद्यालयों को अनुदान देने पर अपनी मुहर लगा दी है।
प्राइवेट स्कूल फीस रेगुलेटरी एक्ट तैयार : स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की सचिव आराधना पटनायक ने कहा कि प्राइवेट स्कूल फीस रेगुलेटरी एक्ट तैयार कर लिया है और जल्द ही इसे पूरे राज्य में लागू कर दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि राज्य के 160 विद्यालयों में वोकेशनल कोर्स भी शुरू किया गया है, ताकि छात्रों का कौशल विकास समय पर किया जा सके। उन्होंने बताया कि अगले शैक्षणिक सत्र से उर्दू में भी पुस्तकें मिलेंगी।
खराब रिजल्ट पर कार्रवाई शुरू : उन्होंने कहा कि वैसे शिक्षकों पर कार्रवाई की जा रही हैं, जिनके स्कूलों में वर्तमान सत्र में इंटर और मैट्रिक का रिजल्ट खराब हुआ है। वैसे शिक्षकों छात्रों को सम्मानित भी किया जा रहा है, जिन्होंने मैट्रिक और इंटर में बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय का सत्र शुरू : उच्च, तकनीकी शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री रघुवर दास ने उच्च शिक्षा में नयी सोच को बढ़ावा देने का निर्देश दिया है। देश के तीसरे रक्षा शक्ति विश्वविद्यालय का सत्र शुरू हो चुका है और पहले बैच के सभी छात्र-छात्राओं को 100 प्रतिशत प्लेसमेंट भी दिया जायेगा। उन्होंने बताया कि रांची कॉलेज को अपग्रेड करते हुए डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय बनाया जा रहा है। नीलांबर-पीतांबर विवि के लिए मेदिनीनगर में 25 एकड़ भूमि का हस्तांतरण हो चुका है।
11 जिलों में महिला कॉलेज निर्माण शुरू : उन्होंने बताया कि 11 जिलों में महिला कॉलेज का निर्माण किया जा रहा है। शैक्षणिक रूप से पिछड़े 12 जिले में मॉडल डिग्री कॉलेज की स्थापना की मंजूरी मिल गयी है। 7 विस क्षेत्र में डिग्री कॉलेजों की स्थापना की मंजूरी मिल गयी है। सभी विवि में पुस्तकालयों और प्रयोगशाला को बेहतर बनाने का निर्देश जारी कर दिया है।
कॉलेजों में पर्याप्त शिक्षकों की व्यवस्था के लिए नियमावली बना कर जेपीएससी के माध्यम से नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। इससे पूर्व विवि में रजिस्ट्रार और परीक्षा नियंत्रकों की नियुक्ति अंतिम चरण में है। प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर, के लिए यूजीसी के नियम के अनुरूप नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है, जो अगले दो माह में पूरा कर लिया जायेगा। इससे पूर्व कॉलेजों में अनुबंध पर शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी विभाग द्वारा निदेश जारी कर दिया गया है।