Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, May 24
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»देश»प्रधानमंत्री मोदी के उत्साहवर्धन से ही कर सका जल क्रांतिः उमाशंकर पाण्डेय
    देश

    प्रधानमंत्री मोदी के उत्साहवर्धन से ही कर सका जल क्रांतिः उमाशंकर पाण्डेय

    adminBy adminJanuary 28, 2024Updated:January 28, 2024No Comments3 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    नई दिल्ली। देश के प्रमुख नागरिक सम्मान पद्मश्री से नवाजे जा चुके उत्तर प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ता उमाशंकर पाण्डेय 26 जनवरी को कर्तव्य पथ पर गणतंत्र दिवस परेड का साक्षी बनने से गदगद हैं। वह इस समारोह में केंद्र के सम्मानित अतिथि के रूप में शामिल हुए। उनके जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि जल संचयन की पुरखों की विधि का सतत प्रचार करना है। अपने गांव जखनी (बांदा) रवाना होने से कुछ समय पहले आज पाण्डेय ने सामाजिक सरोकारों पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की भूमिका के संबंध में ‘हिन्दुस्थान समाचार’ से चर्चा की। उन्होंने कहा, ”मैं आज जो कुछ हूं प्रधानमंत्री मोदी की बदौलत हूं। अगर वो मेरा जिक्र ‘मन की बात’ में न करते तो मुझे कौन जानता। मेरी जल क्रांति प्रधानमंत्री के उत्साहवर्धन से ही संभव हो पाई है।”

    पाण्डेय ने कहा कि वह प्रसार भारती के निमंत्रण पर गणतंत्र दिवस परेड देखने आए। पहली बार 26 जनवरी की परेड देखने का मौका मिला। उन्होंने उस पल को याद कर साझा किया जब प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ में कहा था-‘उमाशंकर पाण्डेय ने भू-जल संरक्षण की दिशा में एक नया प्रयोग करके देश में पुरखों के जल जोड़ने के बेजोड़ तरीके से परंपरागत सामुदायिक जल क्रांति को जन्म दिया है, जिसे देश में खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़ के नाम से जाना जाता है।’

    उमाशंकर कहते हैं कि जखनी में बगैर किसी एनजीओ और बगैर किसी सरकारी अनुदान के सिर्फ समुदायिक आधार पर लगभग तीन दशक के सतत प्रयास से ‘खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़’ का प्रयोग सफल रहा। वह कहते हैं कि प्रधानमंत्री के प्रोत्साहन के बाद इस प्रयोग को केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय, नीति आयोग और उत्तर प्रदेश सरकार ने परखा। संभवतः इसी वजह से बुंदेलखंड में जन्मे इस व्यक्ति (उमाशंकर पाण्डेय) को 70 वर्ष में पहली बार सेवा के क्षेत्र की पद्म अलंकरण सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया।

    उमाशंकर पाण्डेय ने बताया कि जल शक्ति मंत्रालय ने उनके इस मॉडल को पूरे देश में लागू किया है। उन्हें जलयोद्धा सम्मान से 2020 में सम्मानित किया। इससे पहले 1999 में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन राज्यपाल डॉ. सूरजभान ने उन्हें इसके लिए पुरस्कार प्रदान किया। बांदा प्रशासन ने ‘खेत पर मेड़, मेड़ पर पेड़’ विधि को 470 ग्राम पंचायतों में लागू किया। इस विधि को उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि उत्पादन आयुक्त ने पूरे प्रदेश की 58, 000 ग्राम पंचायतों के लिए उपयुक्त माना है। वह कहते हैं कि प्रधानमंत्री ने तो देशभर के प्रधानों को पत्र लिखकर मेड़बंदी सहित परंपरागत तरीके से वर्षा की बूंदों को रोकेने का आह्वान कर चुके हैं।

    पानी की बूंद-बूंद बचाने के लिए लंबी पदयात्रा करने को अपने जीवन का हिस्सा बना चुके उमाशंकर कहते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आधुनिक भारत के सच्चे भगीरथ हैं। वह जब भी मिलते हैं, पीठ थपथपाते हैं। नदियों के पुनरुद्धार और पानी बचाने के तौर-तरीकों पर चर्चा करते हैं। उन्होंने कहा, ” मैंने कभी स्वप्न में नहीं सोचा था कि गणतंत्र दिवस परेड देखने के लिए मुझ जैसे छोटे व्यक्ति को हवाई जहाज से दिल्ली बुलाया जाएगा। राजधानी के पांच सितारा होटल में चार दिन रुकने का अवसर मिलेगा। यह वरुण देवता की कृपा है। ”

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleएनडीए सरकार में बिहार और प्रगति करेगा :खीरू महतो
    Next Article केंद्रीय एजेंसियों के खिलाफ झामुमो के आक्रोश प्रदर्शनों पर भाजपा का हमला
    admin

      Related Posts

      विकसित भारत का लक्ष्य प्राप्त करने में पूर्वोत्तर की महत्वपूर्ण भूमिकाः प्रधानमंत्री

      May 23, 2025

      आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक अभियान पर ममता बनर्जी ने संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की

      May 23, 2025

      छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ में मारे गए केशव राव सहित 12 करोड़ 33 लाख के इनामी 27 नक्सलियों की हुई शिनाख्त

      May 23, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • सवाल कर राहुल ने स्वीकारा तो कि भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर करवाई की
      • झारखंड की धोती-साड़ी योजना भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई : बाबूलाल
      • मुख्यमंत्री हेमंत साेरेन से दो मेजर जनरल ने की मुलाकात
      • मेगा टिकट चेकिंग अभियान में 1021 यात्रियों से वसूला गया 5.97 लाख
      • न्यूजीलैंड की ऑलराउंडर हेले जेनसेन ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास, 11 साल के करियर का अंत
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version