वॉशिंगटन: आतंकवाद के मुद्दे पर आतंकी को लगातार मुंह की खानी पड़ रही है। अब एकबार फिर से अमेरिका ने पाकिस्तान को बड़ा जोर का झटका दिया है। अमेरिका के फंड पर पलने वाले पाकिस्तान को सशर्त फंड देगा। जिसको लेकर अमेरिकी संसद ने तैयारी कर ली है। जिससे रक्षा और आतंकवाद से लड़ने के नाम पर दी जाने वाली सहायता के नियमों को और भी कड़ा किया जा रहा है।
बतादें कि आतंकवाद के नाम की झूठी लड़ाई अब पाकिस्तान को अखरने वाली है। अभी तक आतंक से लड़ने के नाम पर अमेरिका जैसे देशों से अरबों की रूपये की फंडिंग और हथियार पाने वाला पाकिस्तान अब अपने ही जाल में फंसता जा रहा है। ख़बरों की माने यूएस की प्रतिनिधी सभा ने पाकिस्तान को दी वाली फंडिंग की शर्तों को सख्त करने के लिए 3 विधायी संशोधनों पर वोट किया है। इसमें यूएस ने शर्त रखी है कि फंडिंग पाने के लिए आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई करनी पडेगी।
साथ ही यूएस ने कहा है कि अगर पाकिस्तान ने आतंकवादियों को मदद देना बंद नहीं किया तो पाकिस्तान को दी जाने वाली फंडिंग बंद कर दिया जाएगा। साथ ही पाकिस्तान को अमेरिका की सख्त कार्रवाई का भी सामना करना पड सकता है। ऐसे में पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है यह अभी तक पाकिस्तान विकसित देशों से आतंकवाद से लड़ने के नाम पर मोटा फंड वसूलता था, पर कार्रवाई के नाम पर वह आतंकी को ही अपने घर में पनाहगाह देता था।
पाकिस्तान के आतंकवाद पर इस तरह के रवैये को भारत ने पूरी दुनिया के सामने खोल रखा है। ऐसे में अब पाकिस्तान को विदेशी मदद हासिल करने के लिए आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी ही होगी। यहाँ कांग्रेस की निचली सदन ने 651 अरब डॉलर वाले नेशनल डिफेंस अथॉराइजेशन एक्ट 2018 के इन तीनों विधायी संशोधनों को ध्वनिमत से पारित कर दिया।
सदन ने 81 के मुकाबले 344 मतों से इसे पारित किया है। इसके पारित होते ही पाकिस्तान को तमाम शर्तों से गुजरना होगा। अब अगर पाकिस्तान को अपना पेट पालने के लिए फंड लेना है तो पहले आतंकवाद के खिलाफ कारवाई करनी होगी, साथ ही कार्रवाई का सबूत भी देना होगा।