रांची: पथ निर्माण विभाग के सचिव मस्तराम मीणा ने कहा कि विकास के क्षेत्र में सड़कों की अहम भूमिका होती है। उद्योग, टूरिज्म और इंटर स्टेट कनेक्टिवटी में रोड महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उन्होंने कहा कि कनेक्टिवटी अच्छी होगी, तभी हम लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं। मीणा सोमवार को सूचना भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि रांची-टाटा मार्ग मई 2018 तक पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में कुल 10,570 किमी सड़क का निर्माण कराया जा रहा है। इसमें स्टेट हाइवे 4845 किमी है, जबकि 4491 किमी सड़क बनायी जानी है। इन सभी सड़कों को बनाने के लिए 5000 करोड़ रुपये का बजट है। उन्होंने कहा कि जून महीने तक 1840 करोड़ रुपये खर्च हो चुके हैं। इसमें कुल 36.81 प्रतिशत राशि खत्म हुई है। उन्होंने कहा कि राज्य में 50 ओवरब्रिज बनना है। इनमें तीन ब्रिज पूरा हो चुका है। गोविंदपुर, जामताड़ा और साहेबगंज का 311 किमी रोड बनकर तैयार हो चुकी है। फेज टू में 176 किमी रोड बननी है। इस पर 723 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा मीणा ने पथ निर्माण विभाग द्वारा पूरा किये गये कई अन्य प्रोजेक्ट के बारे में भी जानकारी दी। इस अवसर पर शालिनी वर्मा सहित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
फोरलेनिंग पर संवेदक कंपनी दे विस्तृत जवाब
रांची। रांची-जमशेदपुर की फोरलेनिंग के निर्माण को लेकर कोर्ट के स्वत: संज्ञान की सुनवाई झारखंड हाइकोर्ट में हुई। हाइकोर्ट के न्यायमूर्ति अपरेश कुमार सिंह और न्यायमूर्ति बीबी मंगलमूर्ति की खंडपीठ ने मामले की सुनवाई की। सुनवाई के दौरान रांची-जमशेदपुर एनएच निर्माण करने वाली संवेदक कंपनी मधुकॉन की ओर से बताया गया कि विस्तृत जवाब तैयार है, लेकिन उसे कोर्ट में दाखिल नहीं किया जा सका है। संवेदक कंपनी की ओर से दो दिन के समय की मांग की गयी।
कोर्ट ने संवेदक कंपनी को समय प्रदान करते हुए मामले की सुनवाई सोमवार को निर्धारित की। कोर्ट ने संवेदक कंपनी को विस्तृत जवाब दाखिल करने का निर्देश दिया। साथ ही यह बताने को कहा है कि रांची-जमशेदपुर फोरलेनिंग का कितना कार्य पूरा हुआ है, कितना काम बचा हुआ और इस एनएच के फोरलेनिंग चौड़ीकरण का काम कब तक पूरा हो जायेगा। कोर्ट ने इसे बार चार्ट के माध्यम से बताने को कहा है। कोर्ट ने मौखिक कहा कि एनएच का सतह प्लेन होना चाहिए, ताकि वाहन ठीक से चल सकें। अगली सुनवाई 24 जुलाई को होगी। इससे पहले एनएचएआइ की ओर से वरीय अधिवक्ता अनिल कुमार सिन्हा ने कोर्ट को बताया कि रांची-जमशेदपुर एनएच का फोरलेनिंग कार्य कब तक पूरा हो जायेगा, इसे संवेदक कंपनी की ओर से स्पष्ट किया जाना चाहिए। संवेदक कंपनी ने वर्ष 2016 में कहा था कि दिसंबर 2017 तक कार्य पूरा कर लिया जायेगा। अब संवेदक कंपनी कह रही है कि इसे मई 2018 में तक पूरा कर लिया जायेगा।