भारत अनाथों का देश नहीं है कि कोई आये और यहां बस जाये: राज्यपाल
रांची। झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने केंद्र सरकार द्वारा देश में लागू सीएए पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है भारत अनाथों का देश नहीं है कि जो कोई भी आये और यहां बस जाए। उन्होंने आगे कहा कि जब कोई भी कानून आता है, तो सवाल तो उठते हैं, लेकिन इन सबसे अलग हमें इसके पीछे के मकसद को भी समझना होगा। उन्होंने ये बातें मंगलवार को उस वक्त पत्रकारों से बातचीत में कहं, जब वे रांची बनारस वंदे भारत ट्रेन के उद्घाटन समारोह से लौट रहे थे।
सीपी राधाकृष्णन ने सीएए पर दिया बड़ा बयान
केंद्र की मोदी सरकार ने सोमवार को नागरिकता संशोधन अधिनियम की अधिसूचना जारी कर दी। इसके बाद मंगलवार को जब झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन से पत्रकारों ने सीएए पर सवाल पूछा, तो उन्होंने कहा कि भारत अनाथों का देश नहीं है कि कोई भी आये और यहां बस जाए। हालांकि उनसे जब इसे लागू करने के समय पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि जब कोई भी कानून आता है, तो सवाल तो उठते ही हैं, लेकिन इन सबसे अलग हमें इसके पीछे के मकसद को भी समझना होगा। राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने आगे कहा कि सीएए को लागू करने का मकसद देश में इलीगल माइग्रेशन को रोकना है। भारत पहले से ही 140 करोड़ की आबादी वाला देश है। इसलिए जो भी कदम उठाये जा रहे हैं, वे यहां पर अवैध रूप से रहने वाले लोगों के लिए ही उठाये जा रहे हैं। झारखंड के संदर्भ में राज्यपाल ने कहा कि डेमोग्राफिक चेंज को देखते हुए ही इसे लागू किया गया है।