नई दिल्ली: भारत का पहला जीएसटी कलेक्शन जुलाई में 92,283 करोड़ रुपए रहा। यह कलेक्शन तय लक्ष्य से अधिक है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यह टैक्स कलेक्शन केवल 64.4 प्रतिशत इकाइयों से हासिल हुआ है, जबकि नए जीएसटी के तहत कुल 59.57 लाख टैक्सपेयर्स रजिस्टर्ड हैं। जुलाई में जीएसटी की वसूली के लिए 91 हजार करोड़ रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। जेटली ने बताया कि सेंट्रल जीएसटी के तहत 14,894 करोड़ रुपए, स्टेट जीएसटी के तहत 22,722 करोड़ रुपए और इंटीग्रेटेड जीएसटी के तहत 47,469 करोड़ रुपए की प्राप्ति हुई है। वित्त मंत्री ने बताया कि जुलाई में अहितकर वस्तुओं पर जीएसटी उपकर से प्राप्ति 7,198 करोड़ रुपए रही है।
यह भी पढ़ें: पीक सीजन मे होटल के कमरों पर ज्यादा GST नहीं किया जा सकता वसूल, CBEC ने दी सफाई वित्त मंत्री ने कहा कि जब सभी टैक्सपेयर्स रिटर्न फाइल करेंगे तो कर राजस्व का यह आंकड़ा और अधिक हो जाएगा। उन्होंने बताया कि जीएसटीएन पर अभी कुल 59.57 लाख टैक्सपेयर्स रजिस्टर्ड हैं, जिसमें से 38.3 लाख टैक्सपेयर्स ने अपना पहला रिटर्न फाइल किया है। अभी तक कुल 72.33 लाख टैक्सपेयर्स नए सिस्टम में स्थानांतरित हो चुके हैं, जिसमें से 59.57 लाख ने सभी प्रक्रियाएं पूरी कर ली हैं। उन्होंने बताया कि सेंट्रल जीएसटी और स्टेट जीएसटी के रिटर्न फाइल करने में देरी पर 100 रुपए प्रति दिन के हिसाब से जुर्माना लगाया जाएगा।
वित्त मंत्रालय ने किया ऐसी योजना से इनकार पहले महीने का जीएसटी रिटर्न फाइल करने की अंतिम तिथि 25 अगस्त थी, जो निकल चुकी है। हालांकि जिन टैक्सपेयर्स ने ट्रांजिशनल क्रेडिट हासिल किया है वह 28 अगस्त तक रिटर्न फाइल कर पाएंगे।