रांची। राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार की अध्यक्षता में शुक्रवार को बिहार आइ बैंक ट्रस्ट की राज भवन में बैठक हुई। इसमें ट्रस्ट की वर्तमान गतिविधियों, भावी योजनाओं और संगठनात्मक स्वरूप पर विस्तृत चर्चा की गयी। राज्यपाल ने मौके पर कहा कि झारखंड राज्य के गठन को दो दशक से अधिक समय बीत चुका है, इसके बावजूद ट्रस्ट का नाम अब भी बिहार आइ बैंक ट्रस्ट ही है। उन्होंने इसके नाम में शीघ्र परिवर्तन हेतु निर्देशित किया।
राज्यपाल ने सभी ट्रस्टी से कहा कि यह ट्रस्ट लोगों को बेहतर नेत्र उपचार की सुविधा उपलब्ध कराकर समाज में एक विशिष्ट पहचान स्थापित करे। बिहार आइ बैंक ट्रस्ट नेत्र रोगों के उपचार एवं नेत्रदान को बढ़ावा देने के लिए जन-जागरूकता कार्यक्रमों को भी बढ़ावा दे। राज्यपाल ने कहा कि उनके द्वारा बरेली, यूपी में प्रतिवर्ष नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है। हजारों लोगों के नेत्र का नि:शुल्क ऑपरेशन कराया जाता है।
बैठक में बिहार आइ बैंक ट्रस्ट में आयुष्मान भारत योजना का लाभ लोगों को प्रदान करने और ट्रस्ट की वित्तीय स्थिति और संसाधनों के विविध स्रोतों पर भी विस्तृत चर्चा की गयी। बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव डॉ नितिन कुलकर्णी, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह, वित्त विभाग के सचिव प्रशांत कुमार, संयुक्त सचिव, राज्यपाल सचिवालय अर्चना मेहता, ट्रस्ट की सचिव डॉ. प्रोन्नति सिन्हा सहित अन्य ट्रस्टी भी उपस्थित थे।