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    Home»Top Story»राष्ट्रीय युवा दिवस: चाय के शौकीन थे स्वामी विवेकानंद
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    राष्ट्रीय युवा दिवस: चाय के शौकीन थे स्वामी विवेकानंद

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskJanuary 12, 2019Updated:January 12, 2019No Comments2 Mins Read
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    New Delhi : अमेरिका में अपनी असाधारण प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले और भारत का नाम रोशन करने वाले स्वामी विवेकानंद जी का आज ही के दिन यानी 12 जनवरी को 1863 में जन्म हुआ था। उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के तौर पर मनाया जाता है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी स्वामीजी का शैक्षिक प्रदर्शन औसत था। उनको यूनिवर्सिटी एंट्रेंस लेवल पर 47 फीसदी, एफए में 46 फीसदी और बीए में 56 फीसदी अंक मिले थे। विवेकानंद चाय के शौकीन थे। उन दिनों जब हिंदू पंडित चाय के विरोधी थे, उन्होंने अपने मठ में चाय को प्रवेश दिया। एक बार बेलूर मठ में टैक्स बढ़ा दिया गया था। कारण बताया गया था कि यह एक प्राइवेट गार्डन हाउस है। बाद में ब्रिटिश मजिस्ट्रेट की जांच के बाद टैक्स हटा दिए गए। एक बार विवेकानंद ने महान स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को बेलूर मठ में चाय बनाने के लिए मनाया। गंगाधर तिलक अपने साथ जायफल, जावित्री, इलायची, लॉन्ग और केसर लाए और सभी के लिए मुगलई चाय बनाई। उनके मठ में किसी महिला, उनकी मां तक, को जाने की अनुमति नहीं थी। एक बार जब उनको काफी बुखार था तो उनके शिष्य उनकी मां को बुला लाए। उनको देखकर विवेकानंद चिल्लाए, ‘तुम लोगों ने एक महिला को अंदर आने की अनुमति कैसे दी? मैं ही हूं जिसने यह नियम बनाया और मेरे लिए ही इस नियम को तोड़ा जा रहा है।’

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