रांची। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दिये गये बयान सरकार से कान पकड़कर काम करवायेंगे पर झामुमो ने कड़ा विरोध जताया है। कहा कि अमित शाह ऐसी बात नहीं कह सकते हैं। झामुमो महासचिव सुप्रीयो भट्टाचार्य ने अमित शाह को दबंग बताया है। कहा कि झाविमो के भाजपा में विलय के कार्यक्रम में गृह मंत्री को देखकर लग रहा था कि कब्जा करने के लिए दबंग को बुलाया गया है। धमकी से सरकार नहीं चलती है। केंद्र और राज्य सरकार का रिश्ता बड़ा भाई और छोटे भाई का होता है। प्रेम और भ्रातृत्व से सरकार चलती है, यह बात अमित शाह को समझनी चाहिए। श्री भट्टाचार्य ने कहा कि तत्कालीन रघुवर सरकार के कार्यकाल की जांच कराने के राज्य सरकार के निर्णय को भाजपा बदले की भावना बता रही है। जो सही नहीं है। उन्होंने कहा कि राज्य में सत्ता नहीं मिलने पर अब भाजपा कह रही है कि वह सत्ता की राजनीति नहीं करती है।
झारखंड विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 65 प्लस का नारा दिया था, जो ध्वस्त हो गया। सुप्रीयो भट्टाचार्य ने बाबूलाल मरांडी के भाजपा में शामिल होने पर कहा कि भाजपा गुटों में बंटी है। इसमें बाबूलाल मरांडी का एक नया गुट भी शामिल हो गया है। बाबूलाल मरांडी को अब अग्नि परीक्षा देनी होगी, उन्हें बताना होगा कि राज्य को डोमिसाइल आंदोलन में क्यों झोंका था। वे 1932 के खतियान पर अब क्या स्टैंड रखते है। इसी प्रकार अब अडानी, पैनम आंदोलन, रैयतो की जमीन की लड़ाई पर उनका क्या स्टैंड है। धोखा देकर राजनीति नहीं चलती है। उन्होंने कहा कि बाबूलाल मरांडी के कार्यकाल की भी जांच होगी, क्योंकि एकीकृत बिहार से अलग होने के बाद झारखंड के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी थे, जिन्होंने जड़ को खोखला कर दिया।