हिंदपीढ़ी सीआरपीएफ के हवाले
सोमवार को कोरोना के 20 मरीज मिले, सबसे ज्यादा हिंदपीढ़ी में
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। विश्वव्यापी महामारी कोरोना ने अब झारखंड में भी बहुत तेजी से अपने पैर पसार लिये हैं। सोमवार को यहां अब तक सबसे ज्यादा 20 लोग कोरोना संक्रमित मिले। इनमें सबसे ज्यादा हिंदपीढ़ी में पाये गये। हिंदपीढ़ी की भयावह हो रही स्थिति पर नियंत्रण के वहां की सुरक्षा व्यवस्था की कमान सीआरपीएफ के हवाले कर दी गयी। इस बात की जानकारी खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रेस कांफ्रेंस में दी। उन्होंने कहा कि राजधानी में बढ़ रही संक्रमितों की संख्या को देखते हएु इस जिले के सभी इंट्री प्वाइंट को सील करने का आदेश डीजीपी को दे दिया गया है। अब न तो अनुमति के बगैर कोई रांची से बाहर जा सकता है और न ही कोई बाहर से आ सकता है।
सोमवार को हिंदपीढ़ी में एक जमादार सहित आठ, अपर बाजार से एक, कडरू, डोरंडा, कांके, बुंडू, रांची रेलवे स्टेशन के नजदीक एक-एक संक्रमित मिले हैं। वहीं इटकी में तीन और बेड़ो में तीन संक्रमित पाये गये हैं। रांची में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 74 हो गयी है। इसमें से तीन की मौत रांची में एक की मौत बोकारो में हुई है। संक्रमितों में बोकारो में दस, हजारीबाग में तीन, धनबाद में दो, गिरिडीह में दो, सिमडेगा में दो, देवघर में दो, गढ़वा तीन, पलामू में तीन और जामताड़ा में एक मरीज मिला है। इसमें से 13 स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं। सबसे ज्यादा चिंताजनक स्थिति रांची की है। झारखंड में अब तक कोरोना के जितने मरीज मिले हैं, उनमें तीन चौथाई हिंदपीढ़ी से हैं। बाहर में भी जो मरीज मिल रहे हैं, उनमें अधिकांश का कनेक्शन किसी न किसी रूप में हिंदपीढ़ी से रहा है। बता दें कि 31 मार्च को हिंदपीढ़ी में मलेशियाई महिला के रूप में पहली कोरोना मरीज मिली थी। उसके बाद झारखंड में यह आंकड़ा बढ़ने लगा और सोमवार को उसकी संख्या 104 तक पहुंच गयी है। उसमें भी राजधानी में कोरोना संक्रमितों का संख्या चारों तरफ फैलने लगी है।
सोमवार को जो मरीज मिले, उन सभी को रिम्स के कोरोना कोविड 19 वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। इसमें अहमदाबाद में पढ़नेवाली एक छात्रा भी शामिल है, जो कुछ ही दिन पहले रांची आयी थी। इसके अलावा हिंदपीढ़ी थाने में तैनात जमादार को भी कोरोना पोजिटिव पाया गया और उसे रिम्स के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है।
जमादार ने चिंता बढ़ा दी है पुलिस की
हिंदपीढ़ी थाने में एक माह पहले एक जमादार की पोस्टिंग की गयी। उस समय वह स्वस्थ था। वह दूसरे जिला से बदल कर रांची आया था। हिंदपीढ़ी में वह कई इलाकों में घूमा, वह किससे संक्रमित हुआ है, यह तो अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। इस दौरान वह कई बार रांची की पुलिस लाइंस में भी गया। इस पुलिस लाइंस में कम से कम पांच सौ जवान रहते हैं। जिला प्रशासन इस बात का पता रहा है कि वहां वह किन-किन लोगों से मिला है। हिंदपीढ़ी थाना के सभी पुलिसकर्मियों से भी पूछताछ की जा रही है। जरूरत पड़ने पर इन्हें क्वारेंटाइन भी किया जा सकता है।
लालू का इलाज कर रहे डॉक्टर के वार्ड में कोरोना पाजिटिव
इधर रिम्स से एक और बुरी खबर है। वहां चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू यादव भी भर्ती हैं। खबर आयी है कि उनका इलाज कर रहे डॉक्टर के वार्ड में एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। इस खबर के बाद रिम्स प्रशासन के कान खड़े हो गये हैं। जरूरत पड़ने पर उस डॉक्टर को भी क्वारेंटाइन में भेजा जायेगा।
बुंडू का संक्रमित पहले घूमा बाजार, फिर हुआ क्वारेंटाइन
बुंडू निवासी एक संक्रमित गुजरात गया था। वहां द्वारिका मंदिर में पूजा अर्चना के बाद 23 मार्च को बुंडू लौटा। एक दो दिनों तक वह बुंडू में कई लोगों से मिला और बाजार में भी घूमा। बाद में इसकी सूचना प्रशासन को मिली तो उसे होम क्वारेंटाइन कर दिया गया। एक माह बाद उसकी रिपोर्ट आयी और वह संक्रमित पाया गया। उसके पूरे परिवार को क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
कांके की छात्रा भी मिल चुकी है कई लोगों से
हाल में ही अहमदाबाद से रांची आयी एक छात्रा को भी कोरोना पाजिटिव पाया गया है। वह रांची के कांके की रहनेवाली है। उसकी मां नर्स है। पिता आटा चक्की चलाते हैं। उसने खुद बाहर से आने की सूचना प्रशासन को दी। उसके बाद उसे घर में रहने की सलाह दी गयी। जांच के लिए उसके सैंपल लिये गये। जांच में वह संक्रमित पायी गयी। इस दरम्यान वह छात्रा मुहल्ले के कई लोगों से मिली है। अब प्रशासन उन लोगों के बारे में पता लगा रहा है। उसके माता पिता को होम क्वारेंटाइन कर दिया गया है।
झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या 100 पार
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