आजाद सिपाही टीम
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि महामारी के दौरान देश की संघीय व्यवस्था ध्वस्त होती दिख रही है। गुरुवार को एक निजी टीवी चैनल से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि महामारी देश भर की समस्या है, किसी एक राज्य या दल की नहीं। लेकिन केंद्र ने कभी किसी फैसले में राज्यों से सहमति नहीं ली। राज्यों को महामारी से लड़ने के लिए छोड़ दिया गया। उनकी बातें नहीं सुनी जा रही। केंद्र केवल अपनी समस्या और समाधान की बात करता है। ऐसे में राज्य अपनी शिकायत किसे सुनायेंगे। सीएम ने यह बात पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टेलीफोन कॉल के बाद अपने ट्वीट पर उठे विवाद के बारे में पूछने पर कही। उन्होंने कहा कि केंद्र ने पहली लहर में अचानक लॉकडाउन लगा दिया, जिससे व्यवस्था चरमरा गयी। इस बार राज्यों से कहा गया कि वे लॉकडाउन को अंतिम हथियार के रूप में इस्तेमाल करें। नतीजा यह हुआ कि संक्रमण पूरे देश में फैल गया और स्थिति इतनी खराब हुई।
टीके की बर्बादी के बारे में पूछे जाने पर सीएम ने कहा कि पता नहीं, केंद्र को यह आंकड़ा कहां से मिला। क्या यह कल्पना भी की जा सकती है कि कोई राज्य अपने सबसे मजबूत हथियार को इतनी बड़ी मात्रा में बेकार करेगा। यह केवल झारखंड को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि टीका प्रमाण पत्र राज्य दे रहा है, तो उस पर मुख्यमंत्री का फोटो लगाना गलत नहीं है। उन्होंने टीका खरीदने के मामले में राज्यों को हो रही परेशानियों को भी रेखांकित किया।