नई दिल्ली: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के सभी मंत्रियों के कामकाज की पिछले महीने हुई समीक्षा के परिणामस्वरूप मंत्रिमंडल से कम से कम 5 से 6 मंत्रियों को हटाया जा सकता है।
सूत्रों के अनुसार कम से कम दो कैबिनेट मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाकर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष जेपी नड्डा की मदद के लिए संगठन में भेजा जा सकता है। भूपेंद्र यादव को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की अटकलों के बीच दो मंत्रियों को संगठन में भेजे जाने की चर्चा है।
इसके अलावा खबरों की मानें तो मंत्रिमंडल के विस्तार और फेरबदल के दौरान कम से कम तीन राज्यमंत्रियों को भी हटाया जा सकता है।
यदि नए मंत्री बिहार से शामिल होते हैं तो कुछ अन्य को उनके लिए जगह बनानी होगी। किसानों के आंदोलन के मद्देनजर किसी बड़े जाट नेता को भी मंत्रिमंडल में जगह मिलने की संभावना है।
चर्चा है कि कौशल विकास, आयुष मंत्रालय जैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चहेते मंत्रालयों का कामकाज उम्मीद के अनुरूप नहीं रहा है। कामकाज की समीक्षा के दौरान कुछ अहम मंत्रालयों में भी कमियां पाई गई हैं।