बोकारो। संयुक्त बिहार में मंत्री रहे और बोकारो, धनबाद तथा गिरिडीह की राजनीति में गहरी पैठ रखनेवाले दिग्गज नेता अकलू राम महतो का शुक्रवार सवेरे निधन हो गया। वह किडनी रोग से ग्रसित थे। उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसी दौरान उनका निधन हो गया।
Author: azad sipahi desk
एक देश के संपूर्ण विकास के लिए भ्रष्टाचार एक बहुत बड़ी रुकावट है। भारत में सबसे ज्यादा भ्रष्टाचार व्याप्त है। एशिया में अगर सबसे ज्यादा भ्रष्टाचारी लोग कहीं मिलते हैं, तो वो भारत में हैं। यह खुलासा ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के एक सर्वे से हुआ है। सर्वे में कहा गया है कि भारत में घूसखोरी की दर 39 फीसदी है। सर्वे की मानें तो 47 फीसदी लोग मानते हैं कि
केंद्र से राज्य सरकार को 15वें वित्त का पैसा इस साल जुलाई में मिल चुका है। इस पैसे के उपयोग, योजनाओं के संचालन, मॉनिटरिंग पर सवाल खड़े होने लगे हैं। 14वें वित्त से कंप्यूटर आॅपरेटर, जेइ को हर माह मानदेय भुगतान किया जाता था। लगभग 1500 कर्मियों की सेवाएं इसमें ली जी रही थीं, पर 15वें वित्त की राशि में कर्मियों के भुगतान के लिए कोई प्रोविजन नहीं किया गया है। जिन चुनिंदा पंचायतों में 14वें वित्त का पैसा बचा हुआ है, वहां कर्मी काम कर रहे हैं। जहां पैसे खत्म हो गये हैं, वहां वे नियमों के मुताबिक स्वत: विमुक्त हो चुके हैं। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने इस संबंध में केंद्र सरकार को लेटर लिखा है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को लिखे पत्र में उन्होंने 15वें
रिम्स में इलाजरत सजायाफ्ता लालू यादव का फोन कॉल वायरल होने पर बिहार-झारखंड की सियायत में भूचाल आ गया है। लालू के विरोधियों ने इसे मुद्दा बना लिया है। खासकर भाजपा का आरोप है कि लालू यादव जेल से ही बिहार में बनी एनडीए की सरकार गिराने की साजिश रच रहे हैं। हालांकि राजद ने इस आॅडियो का खंडन किया है। राजद नेता भाई वीरेंद्र ने कहा कि लालू की आवाज में बातें करनेवाले कई लोग हैं। ये सुशील कुमार मोदी का प्रोपेगंडा है। सुशील मोदी अपनी बेरोजगारी दूर करने के लिए लालू यादव का नाम उछाल रहे हैं। इस मामले की सच्चाई क्या है, यह तो जांच के बाद सामने आयेगा। लेकिन इस विवाद से लालू यादव फिर सुर्खियों में हैं। राजद सुप्रीमो के लंबे सियासी सफर में उनके साथ जुड़े विवादों पर नजर डालती दयानंद राय की रिपोर्ट।
बिहार में सत्तारूढ़ एनडीए के विधायकों को फोन करने का मामला राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के गले की फांस बनता जा रहा है। एक तरफ जहां बिहार के भाजपा विधायक ललन पासवान ने उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है, वहीं झारखंड सरकार ने भी उन पर शिकंजा कस दिया है। राजद सुप्रीमो को रिम्स डायरेक्टर के बंगले से वापस पेइंग वार्ड में शिफ्ट कर दिया है, वहीं उपायुक्त ने इस बात की जांच के आदेश दिये हैं कि लालू के पास फोन कैसे पहुंचा।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन गुरुवार को अपने पैतृक गांव नेमरा में थे। उनके पिता शिबू सोरेन अपने पूरे परिवार को लेकर सोहराय पर्व मनाने रामगढ़ के गोला प्रखंड स्थित गांव में पहुंचे, तो एक तरफ जहां ग्रामीणों में खुशी थी, वहीं हेमंत और परिवार के दूसरे सदस्य
केंद्र सरकार की कथित मजदूर विरोधी नीतियों और निजीकरण के खिलाफ भारतीय मजदूर संघ को छोड़ कर अन्य सभी मजदूर संगठनों की ओर से गुरुवार को देशव्यापी हड़ताल का आह्वान किया गया है। इसमें तमाम मजदूर संगठन शामिल होंगे। इधर वामदल ने हड़ताल की पूर्व संध्या पर बुधवार को रांची में प्रदर्शन किया।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने झारखंड में भविष्य की रेल परियोजनाओं के निर्माण और उन पर होनेवाले खर्च पर सुझाव देने के लिए विकास आयुक्त की अध्यक्षता में गठित समिति के प्रतिवेदन को मंजूरी दे दी है। इस समिति द्वारा समर्पित प्रतिवेदन में अति महत्वपूर्ण रेल परियोजनाओं को केंद्र और राज्य सरकार 50-50 प्रतिशत शेयरिंग खर्च के आधार पर निर्माण के लिए लिया जायेगा।
राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने टीएसी की फाइल दोबारा झारखंड सरकार को वापस कर दी है। राजभवन की तरफ से इस बार दो नामित सदस्यों पर आपत्ति जतायी गयी है। इनमें प्रस्तावित दोनों नामों की जगह राजभवन की तरफ से दो अन्य नामों के सुझाव दिये गये हैं। इससे पहले सरकार ने समिति में जिन बाहरी नामित सदस्यों को शामिल किया था, उस पर राजभवन ने आपत्ति जतायी थी। कहा गया था कि नियमानुसार इन सबका चारित्रिक स्वच्छता प्रमाण पत्र संलग्न होना चाहिए।
बिहार विधानसभा में महागठबंधन की मोर्चेबंदी के बावजूद एनडीए उम्मीदवार विजय कुमार सिन्हा स्पीकर चुन लिये गये। जदयू ने आखिरी वक्त पर व्हिप जारी कर दिया। इससे तेजस्वी का खेल बिगड़ गया और राज्य में पहली बार स्पीकर की कुर्सी भाजपा को मिल गयी।
झारखंड की आर्थिक स्थिति पर एक बार फिर सियासत गरम हो गयी है। भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने वर्तमान सरकार पर राज्य को बदहाली के कगार पर ले जाने का आरोप लगाया है, तो सत्ताधारी झामुमो की ओर से महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने आंकड़े देते हुए भाजपा को आइना दिखाया है। इस आरोप-प्रत्यारोप से झारखंड को कोई लाभ नहीं होगा। यह सच है कि झारखंड की आर्थिक स्थिति बेहद खराब है। पिछले दो महीने में हालांकि राज्य में आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं, लेकिन इसके संतोषजनक स्तर