Author: azad sipahi desk

सत्येंद्र/विजय चतरा/गढ़वा। विधानसभा चुनाव के पहले चरण का चुनाव प्रचार खत्म होने से कुछ घंटे पहले भाजपा के राष्टÑीय अध्यक्ष सह केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्ण बहुमत मिलने पर झारखंड को नंबर वन राज्य बनाने का वादा किया। चतरा और गढ़वा में गुरुवार को चुनावी सभाओं में उन्होंने रघुवर दास सरकार के काम की तारीफ करते हुए कहा कि राज्य के विकास के लिए भाजपा कृतसंकल्पित है। अमित शाह ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष को निशाने पर रखा। उन्होंने कहा, जिस कांग्रेस ने झारखंड अलग राज्य की मांग कर रहे युवाओं पर गोली चलवायी, उसकी गोद में…

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रांची। राजधानी के बाहरी इलाके में गैंगरेप की घटना के कारण सनसनी फैल गयी है। कांके थाना क्षेत्र के रांची-पतरातू रोड स्थित नेशनल लॉ यूनिवर्सटी की छात्रा से गैंगरेप का मामला सामने आया है। मिली जानकारी के अनुसार घटना मंगलवार देर शाम की है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस हरकत में आयी और कार्रवाई में जुट गयी। इस मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घटना में शामिल 12 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये सभी स्थानीय हैं। हथियार के बल पर दिया गया घटना को अंजाम सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी की छात्रा अपने…

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सिसई/सिमडेगा। मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। भटके नौजवान (नक्सली) राज्य की मुख्यधारा में आयें। लेकिन यदि लोकतंत्र को चुनौती दोगे, तो उसका मुंहतोड़ जवाब शासन और पुलिस देगी। हमारा संकल्प है कि राज्य की सवा तीन करोड़ जनता अमन और चैन की जिंदगी जिये। किसी को मुखौटा ओढ़कर लेवी वसूलने के नाम पर गुंडागर्दी करने की इजाजत हमारी सरकार नहीं देगी। वह गुरुवार को सिसई और कुरडेग में आयोजित चुनावी सभाओं में बोल रहे थे। रघुवर ने कहा कि हमें झारखंड को विकसित राज्य बनाना है। 14 वर्षों में राजनीतिक…

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नयी दिल्ली। प्रवासी भारतीयों ने 2018 में देश में पैसा भेजने का रिकॉर्ड बनाया है। भारतीयों ने चीन जैसे देश को भी पछाड़ दिया है। 2018 में प्रवासी भारतीयों ने 78.6 अरब डॉलर (करीब 5.5 लाख करोड़ रुपये) भारत में भेजे हैं। यह दावा इंटरनैशनल आॅर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (आइओएम) जो यूनाइटेड नेशन की संस्था है, की रिपोर्ट में किया गया है। विदेशों में करीब 1.75 करोड़ भारतीय जानकारी के मुताबिक विदेशों में करीब 1.75 करोड़ भारतीय रहते हैं। अगर औसत निकालें तो विदेशों में रहने वाला हर भारतीय करीब 3.15 लाख रुपये भेज रहा है। इस मामले में भारत हमेशा…

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झारखंड विधानसभा का यह चुनाव कई मायनों में बेहद महत्वपूर्ण है। किसी की जीत और किसी की हार से इतर इस चुनाव की अहमियत इसलिए भी है कि इसके परिणाम से राज्य के चार प्रमुख राजनीतिक दलों के सुप्रीमो के सियासी भविष्य का फैसला होगा। भाजपा के नेतृत्वकर्ता मुख्यमंत्री रघुवर दास और झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की साख अगर दांव पर लगी है, तो झारखंड विकास मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो की आगे की राजनीति की दशा-दिशा क्या होगी, यह इस चुनाव के नतीजों से तय होगा। ये चारों योद्धा चुनावी रणक्षेत्र में अपने युद्ध कौशल और शौर्य का जैसा प्रदर्शन करेंगे, उसी के आधार पर उनकी पार्टियों की हैसियत भी निर्धारित होगी। इन चारों से उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं की उम्मीदें जुड़ी हैं। इनके सामने सिर्फ अपनी सीट पर फतह हासिल करने चुनौती ही नहीं है, बल्कि इन पर पूरी पार्टी का दारोमदार है। इन्हें कुछ ऐसा करना है, जिससे ये खुद को बेहतर नेता भी साबित कर सकें, जिसके लिए इनके दल और नेताओं ने इन पर ऐतबार किया है। ऐसे में यदि चूक हुई, तो ये न सिर्फ सत्ता और सल्तनत की रेस में पिछडेंगे, बल्कि कार्यकर्ताओं और नेताओं का भरोसा भी डिगेगा। सफलता का श्रेय भी इन्हें ही मिलेगा, तो विफलता का ठिकरा भी इन्हीं के सिर फूटेगा। चारों शीर्ष नेताओं की चुनौतियों पर निगाह डालती दीपेश कुमार की स्पेशल रिपोर्ट।

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