महाराष्ट्र में सरकार बनाने पर शिवसेना, कांग्रेस-एनसीपी में बनी सहमति, आज हो सकता है ऐलान
Author: azad sipahi desk
इजरायली न्याय मंत्रालय ने पीएम बेंजामिन नेतन्याहू को भ्रष्टाचार का बनाया आरोपी
नई दिल्ली: UP सरकार अयोध्या में राम मंदिर बनने का रास्ता साफ होने के बाद इससे जुड़ी अन्य परियोजनाओं पर ओवरटाइम कर रही है, ताकि 2023 में मंदिर बनने से पहले इन्हें पूरा किया जा सके। इसमें प्रतीकात्मक राम सेतु के साथ 100 एकड़ का एक थीम पार्क बन रहा है, जो दर्शनार्थियों को मानव निर्मित झील के सहारे ‘शबरी गार्डन’ से ‘अशोक वाटिका’ तक ले जाएगा। भगवान राम की जिंदगी पर अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय लोकार्पण के लिए तैयार है। एयरपोर्ट और भगवान राम की प्रतिमा बनाने का तेजी से पूरा करने के लिए 640 करोड़ दिए जा चुके हैं। इसके…
येरूशलम: इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू पर भ्रष्टाचार के मामले में आरोप तय किए गए हैं। अटॉर्नी जनरल ने उनके खिलाफ आरोप तय किए हैं। माना जा रहा है कि इस घटना के बाद देश की सत्ता पर नेतन्याहू की पकड़ कमजोर हो जाएगी। कानून मंत्रालय ने जानकारी दी कि अटॉर्नी जनरल ने गुरुवार को नेतन्याहू के खिलाफ धोखाधड़ी, विश्वास तोड़ने और रिश्वतखोरी के आरोप लगाए हैं। ऐसा पहली बार है जब इजरायल के किसी पीएम के खिलाफ आपराधिक आरोप लगाए गए हैं। नेतन्याहू पर आरोप है कि उन्होंने अपने अरबपति दोस्त से हजारों डॉलर की शराब और शैम्पेन ली,…
70 साल तक झारखंड को छला गया, पांच साल में रघुवर सरकार ने क्रांतिकारी कदम उठा कर सिर्फ विकास किया
झाविमो सुप्रीमो बोले, हमारी सरकार बनी, तो कोई बेरोजगार नहीं रहेगा
नौकरशाही को चुस्त-दुरुस्त बनाने की केंद्र की कवायद
फर्स्ट फेज में विपक्ष पर स्कोर करने की रणनीति
जब कुछ ऐसा घटित हो, जिसकी प्रत्याशा न की गयी हो, तो वह निश्चित तौर पर चौंकाऊ होता है। वर्ष 2019 का विधानसभा चुनाव तो कई अर्थों में चौंकाऊ चुनाव साबित हो रहा है। इस चुनाव का सबसे चौंकानेवाला पक्ष मुख्यमंत्री रघुवर दास के खिलाफ उनकी ही सरकार में मंत्री रह चुके और अब निर्दलीय सरयू राय का मैदान में ताल ठोंककर उतरना है। यह ऐसी अप्रत्याशित स्थिति है, जिसके बारे में न तो कभी भाजपा ने सोचा था, न राजनीति के पंडितों को इसका भान था। इसी तरह भाजपा और आजसू के लगभग अटूट माने जानेवाले गठबंधन का टूटना भी कुछ कम चौंकाऊ नहीं रहा, क्योकि इन दोनों का सफर ‘ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’ वाले अंदाज में चला आ रहा था। झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी का भी अकेले 81 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का साहस भी कम अप्रत्याशित नहीं। इसी कड़ी में नक्सली से नेता बनने के ख्वाहिशमंद कुंदन पाहन का तमाड़ से विधानसभा चुनाव में उतरने की खबर ने चौंकाया है। झारखंड विधानसभा चुनाव में अप्रत्याशित स्थितियों और उसके नतीजों को रेखांकित करती दयानंद राय की रिपोर्ट।
आने वाले समय मे किसी से कोई गठबंधन नहीं होगा: अखिलेश यादव
केरल: सरकारी स्कूल में 10 साल की छात्रा की सांप के काटने से मौत