आज की खबर विशेष में हम बात कर रहे हैं झामुमो की बदलाव यात्रा की। झामुमो भले ही पूरी तैयारी से बदलाव यात्रा में जुटा हो। चाहे वह लोकसभा में मुंह की खाने के बाद विधानसभा चुनाव में कितनी भी तैयारी या ताकत झोंकने की तैयारी कर रहा हो, पर जब तक झामुमो नेता खुद में बदलाव नहीं लाते, उनकी बदलाव यात्रा असर नहीं छोड़ सकती। जानकारों का कहना है कि झामुमो नेताओं ने लोकसभा चुनाव में मिली हार से अब तक कोई खास सबक नहीं लिया है। अब भी पार्टी चला रहे नेताओं के दरवाजे आम नेता और कार्यकर्ताओं के लिए नहीं खुले हैं। जब तक ये नेता पार्टी के दरवाजों के साथ दिल के द्वार नहीं खोलते, आम लोगों से जुड़ाव संभव नहीं है। आम लोगों एवं कार्यकर्ताओं से बढ़ती दूरी बड़ा कारण है, झामुमो के इस हाल की। कभी संथाल को अपना गढ़ माननेवाले झामुमो को पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा की सेंधमारी और उससे हुए नुकसान का अंदाजा भली भांति है। हालिया लोकसभा चुनावों में पार्टी को केवल एक लोकसभा सीट से संतोष करना पड़ा है। ऐसे में आसन्न विधानसभा चुनावों में पार्टी के लिए अच्छा प्रदर्शन करना बड़ी चुनौती है। महागठबंधन में उसके सहयोगी रहे दलों में बिखराव और भाजपा के कुनबे का आकार लगातार बढ़ने से पार्टी चिंतित है। पार्टी के विधायक जयप्रकाश भाई पटेल पहले ही विद्रोह कर किनारा कर चुके हैं। उधर, भाजपा 65 प्लस सीटों के लक्ष्य के साथ झामुमो को झारखंड की राजनीति में गौण करने के लिए सधे चाल चल रही है। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या झामुमो की बदलाव यात्रा झारखंड की राजनीति में बदलाव ला पायेगी। पेश है दयानंद राय की रिपोर्ट।
Author: azad sipahi desk
काबुल : कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कुछ खास भाव नहीं मिल रहा है। बौखलाए पाक ने अब अफगानिस्तान में जारी शांति प्रक्रिया को कश्मीर मुद्दे से जोड़ने की कोशिश की। हालांकि, अफगानिस्तान ने इस पर बेहद तल्ख प्रतिक्रिया दी है। कश्मीर को अफगानिस्तान में अमेरिका की अगुवाई में चल रही शांति प्रक्रिया से जोड़ने की पाकिस्तान की कोशिश को लापरवाह, कुटिल इरादों वाला और गैर-जिम्मेदाराना करार दिया। अफगानिस्तान ने अपने यहां लंबे समय तक हिंसा फैलाने के इस्लामाबाद के नापाक इरादे की भी आलोचना की।
श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने से पहले ऐहतियात के तौर पर बंद किए गए श्रीनगर के 190 से ज्यादा प्राइमरी स्कूल करीब 14 दिनों बाद सोमवार को खुल जाएंगे। पिछले कई दिनों से घरों में कैद बच्चे एक बार फिर अपने बस्तों के साथ इन स्कूलों की रौनक बढ़ाते नजर आएंगे। सीनियर क्लासेज के स्कूल कुछ वक्त बाद खोले जाएंगे। जितने दिनों तक स्कूल बंद रहे हैं, उनके बदले इस महीने बाद में पूरक कक्षाएं लगाई जाएंगी। हालात सामान्य होते ही अन्य जिलों के स्कूल भी खोल दिए जाएंगे। दूसरी ओर, किसी भी अव्यवस्था से निपटने के…
नई दिल्ली : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली (66) की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है। AIIMS के सूत्रों के मुताबिक, वह कार्डियो-न्यूरो सेंटर में एक्सट्रॉकोर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजनेशन (ECMO) और इंट्रा-एओर्टिक बैलून पंप (IABP) सपॉर्ट पर हैं। सांस लेने में परेशानी होने और बेचैनी महसूस होने के बाद उन्हें 9 अगस्त को अस्पताल में भर्ती किया गया था। हालांकि, एम्स ने उनके स्वास्थ्य के बारे में 10 अगस्त से कोई मेडिकल बुलेटिन जारी नहीं किया है। बता दें कि ECMO पर मरीज को तब रखा जाता है जब दिल, फेफड़े ठीक से…