जमशेदपुर के बाजारों में डिस-इंफेक्शन मशीन लगाया जा रहा है. इसके तहत साकची स्थित बाजार के बाहर ही इसको लगाया…
Browsing: झारखंड
झारखंड कैडर के अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के अधिकारी अनिल पाल्टा को देश का सर्वश्रेष्ठ आइपीएस में से एक चुन…
आज़ाद सिपाही संवाददाता बाघमारा से भाजपा विधायक ढुल्लू महतो को झारखंड हाई कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। जस्टिस एके…
जरूरत होने पर प्रशासन करा रही होम
गुमला : गुमला जिले के सिसई थाना क्षेत्र में कुदरा और सिसई बस्ती में कोरोना के अफवाह के चलते दो…
रांची. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि लॉकडाउन समाप्त करने के बारे में अभी कुछ कहने का समय नहीं आया…
वैश्विक महामारी कोरोना के कहर को लेकर देशभर के लोग सहमे हुए हैं। झारखंड में कोरोना की जंग में सखी मंडल की दीदियां महायोद्धा बन कर उभर रही हैं। परिवार से दूर बिना पारिश्रमिक गरीबों की मदद के लिए दीदियां कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही हैं। इन दीदियों का जज्बा देख कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में सखी मंडल की दीदियों का बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेना उत्साहजनक है।
कोरोना के असली योद्धा झारखंड पुलिस और डॉक्टर हैं। पुलिस गरीबों को खाना खिलाने से लेकर लॉकडाउन को सफल बनाने में जुटी है। अब तक पांच लाख लोगों को पुलिस ने खाना खिलाया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और डीजीपी एमवी राव के निर्देश पर जवान डटे हुए हैं। अगर झारखंड पुलिस न रहे तो लॉकडाउन फेल हो जायेगा। इसमें कोई दो राय नहीं।
वैश्विक महामारी कोरोना से जंग लड़ रहे भारत के 130 करोड़ लोगों में कम से कम सवा तीन करोड़ ऐसे लोग हैं, जिन्हें लॉकडाउन के दो सप्ताह बाद अब लगने लगा है कि उनकी सरकार उन्हें इस खतरनाक बीमारी से महफूज रखने में सफल हो रही है। ये सवा तीन करोड़ लोग झारखंड के हैं। जो लोग झारखंड के विभिन्न हिस्सों में रह रहे हैं या देश के दूसरे हिस्सों में फंसे हुए हैं, उन्हें इस बात की भी चिंता नहीं है कि लॉकडाउन की अवधि में उन्हें खाना या राशन कैसे मिलेगा।
पश्चिम सिंहभूम जिले के गोइलकेरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत पड़ने वाले गोइलकेरा के कुईड़ा (लतारसाई) में 79 वर्षीय वृद्ध दिउरी…
जमशेदपुर में टाटा स्टील से संबंधित कंपनी टीआरएल और जेसीएपीसीपीएल प्लांट में निप्पन स्टील की ओर से आये सात लोगो…