हजारीबाग। मजदूर संगठनों द्वारा दो दिवसीय देश व्यापी हड़ताल कोलियरियों में असरदार दिखा। जबकि घाटो कोलियरी में यह हड़ताल बेअसर रहा। यहां आरसीएमएस यूनियन सहित किसी भी ट्रेड यूनियनों को घाटों प्रबंधन ने एक नहीं चलने दिया गया। जबकि देश व्यापी हड़ताल में आरसीएमएस भी शामिल है। कोलियरी मजदूरों ने हड़ताल के पहले दिन ही कोलियरियों में पहुंचे और परियोजनाओं के गेट पर झंडा और डंडा से लैस होकर नारेबाजी किया।
पहली पाली में कुछ मजदूरों ने अपनी हाजरी तो लगा ली। लेकिन कोयले की उत्पादन और डिस्पैच कार्य नहीं होने दिया गया। तापिन नॉर्थ कोलियारी में हड़ताल का नेतृत्व झारखंड कोलियरी मजदूर युनियन और झारखंड कोलियरी श्रमिक युनियन के मजदूरों ने परमेश्वर सिंह भोगता ने किया। यहां पर युनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन के क्षेत्रीय अध्यक्ष बसंत राम, सीटू के राजेंद्र प्रसाद, आरसीएमएस के बुकन उरांव, जेएमएस के झरी सिंह भोगता ने बारह बजे दिन तक गेट में डटे रहे।
भारतीय मजदूर संघ इस देशव्यापी हडताल से बाहर रही। क्षेत्रीय सचिव शंकर सिंह ने अपने समर्थकों के साथ हजारीबाग कोयला क्षेत्र के विभिन्न कोलियरियों हड़ताल को विफल करने का खुब कोशिश की लेकिन अन्य यूनियनों की खौफ सभी परियोजनाओं के प्रबंधनों पर भारी रहा। खौफजदा के कारण सभी कोलियरियों में पहले दिन का हड़ताल सफल रहा।