रांची। झारखंड में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ नहीं कराये जायेंगे। चुनाव आयोग ने बुधवार को रांची में यह स्पष्ट कर दिया। मुख्य चुनाव आयुक्त ने राजनीतिक दलों से चर्चा करने के बाद लोकसभा के साथ राज्य विधानसभा के चुनाव कराये जाने की संभावनाओं को सिरे से खारिज कर दिया। बुधवार को होटल रेडिशन ब्लू में चुनाव आयोग की टीम ने राज्य के विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। एक राजनीतिक पार्टी के प्रतिनिधि ने मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा से इस संबंध में पूछा, तो उन्होंने साफ किया कि आयोग की ऐसी कोई तैयारी नहीं है। चुनाव आयोग सिर्फ लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रहा है। बैठक में अधिकतर दलों ने झारखंड में दो या तीन चरणों में मतदान संपन्न कराने का सुझाव दिया।

चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों से ली राय : मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा की अगुवाई में चुनाव आयोग की एक टीम लोकसभा चुनाव की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए झारखंड के दौरे पर आयी थी। इस दौरान आयोग ने वरीय सरकारी पदाधिकारियों के अलावा राजनीतिक दलों से भी बातचीत की। शांतिपूर्ण और निष्पक्ष चुनाव कराये जाने के बारे में अधिकारियों और राजनीतिक दलों के नेताओं की राय ली। उनके सुझावों और शिकायतों को भी दर्ज किया।

बैठक में ये रहे शामिल : उपायुक्तों के साथ बैठक में मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा, निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा, वरीय उप निर्वाचन आयुक्त उमेश सिन्हा, उप निर्वाचन आयुक्त सुदीप जैन, संदीप सक्सेना, चंद्रभूषण कुमार, महानिदेशक व्यय दिलीप शर्मा, महानिदेशक धीरेंद्र ओझा, प्रधान सचिव केएन भार तथा झारखंड के अपर मुख्य सचिव सह मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एल ख्यांगते आदि उपस्थित थे।

उपायुक्तों को मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्देश
भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने 15 जिलों के जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्तों तथा पुलिस अधीक्षकों के साथ बैठक की। आयोग ने लोकसभा चुनाव की तैयारियों की जिलावार जानकारी ली। मुख्य रूप से चुनाव के समय कानून व्यवस्था, नक्सली गतिविधियों से निपटने की तैयारी की जानकारी ली। बताया जाता है कि आयोग अब तक की तैयारी से संतुष्ट है। आयोग ने बैठकों में अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव होने के संकेत दिये। निर्वाचन आयोग ने मतदाता जागरूकता कार्यक्रम व्यापक रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में चलाने का निर्देश उपायुक्तों को दिया।

एक-एक बिंदु पर किया मंथन
बुधवार को निर्वाचन टीम ने पदाधिकारियों के साथ बैठक में मुख्य रूप से लोकसभा चुनाव में इवीएम की उपलब्धता, सुरक्षा व्यवस्था आदि की जानकारी ली। यहां लोकसभा चुनाव कितने चरणों में सहजतापूर्वक हो सकते हैं आदि को लेकर भी मंथन किया गया। साथ ही मतदाता जागरूकता को लेकर चलाये जा रहे कार्यक्रमों की समीक्षा की गयी।

अधिकारियों के साथ बैठक में सुरक्षा व्यवस्था का लिया जायजा
मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के नेतृत्व में आयोग की पूरी टीम ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा भी की। आयोग की टीम ने राज्य के मुख्य सचिव, डीजीपी और अन्य बड़े पदाधिकारियों के साथ भी बैठक की। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा के साथ इस टीम में निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा भी थे। आयोग की टीम ने सभी डीसी, एसपी और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर राज्य में सुरक्षा एहतियात का भी जायजा लिया।

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