महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने कहा कि छत्रपति संभाजी राजे महाराज के नाम पर राजनीति कांग्रेस पार्टी को किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं है। थोरात ने कहा कि कांग्रेस पार्टी संभाजी राजे का सम्मान करती है, लेकिन उनके नाम पर औरंगाबाद जिले के नामकरण पार्टी को किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है।
बालासाहेब थोरात ने गुरुवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा कि देश के किसी भी शहर का विकास नाम बदलने से नहीं हुआ है। संवैधानिक व्यवस्था का मूलमंत्र देश के हर हिस्से का विकास किया जाना ही है। कांग्रेस पार्टी इसी मूलमंत्र के अनुसार महाराष्ट्र के सभी जिलों ,सभी शहरों का विकास करना चाहती है। थोरात ने कहा कि अभी तक औरंगाबाद जिले का नाम बदलने का प्रस्ताव सरकार तक पहुंचा ही नहीं है, लेकिन बुधवार को प्रशासन की ओर से जारी प्रेस बयान में औरंगाबाद की जगह संभाजीनगर का प्रयोग किया गया है। थोरात ने प्रशासन पर महाविकास आघाड़ी में मतभेद पैदा करने का भी आरोप लगाया है। थोरात ने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसी भी कीमत पर शहरों के नामकरण के पक्ष में नहीं है। कांग्रेस पार्टी का प्रयास नाम बदलने की बजाय उनका विकास किए जाने का ही रहेगा।
उल्लेखनीय है कि औरंगाबाद नगर निगम का चुनाव इसी वर्ष होने वाला है। इसलिए शिवसेना ने औरंगाबाद नगर निगम में औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर करने का प्रस्ताव पास कर राज्य सरकार के पास भेजा है। इसी समय से राज्य में औरंगाबाद जिले का नाम बदलने की राजनीति शुरू हो गई है। बुधवार को मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जारी प्रेस बयान में औरंगाबाद की जगह संभाजीनगर का उल्लेख किया गया था। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने अपनी नाराजगी जताई थी। इस मामले में गुरुवार को प्रदेश अध्यक्ष बालासाहेब थोरात ने कहा है कि औरंगाबाद जिले का नाम बदलने को लेकर कांग्रेस पार्टी विरोध जारी रहेगा।