आजाद सिपाही संवाददाता
नयी दिल्ली। एयर इंडिया ने पेशाब कांड और यात्रियों की अभद्रता की घटनाओं के बाद मंगलवार को फ्लाइट में शराब परोसने की पॉलिसी में बदलाव किया है। बदली हुई नीति के अनुसार, पैसेंजर्स को फ्लाइट में तब तक शराब पीने की अनुमति नहीं होगी, जब तक क्रू मेंबर्स उन्हें शराब न परोसें। केबिन क्रू को उन पैसेंजर्स की पहचान करने के लिए चौकस रहने को कहा गया है, जो फ्लाइट में अपनी शराब पी रहे हों।
नयी पॉलिसी में केबिन क्रू को समझदारी से शराब परोसने और पैसेंजर के ज्यादा शराब मांगने पर मना करने को कहा गया है। उधर, डीजीसीए ने शराब कांड के लिए एयर इंडिया पर 10 लाख का जुर्माना लगाया है, क्योंकि एयरलाइन ने मामले की जानकारी डीजीसीए को नहीं दी थी। एयर इंडिया के कहा कि एयरलाइन ने अपनी इन-फ्लाइट अल्कोहल सेवा पॉलिसी में अन्य एयरलाइंस की प्रैक्टिस और वार नेशनल रेस्तरां एसोसिएशन की गाइडलाइन का भी इनपुट लिया है। ये काफी हद तक एयर इंडिया की मौजूदा प्रैक्टिस के अनुरूप हैं। हालांकि, बेहतर स्पष्टता के लिए कुछ बदलाव किये गये हैं।
तीन रंगों से क्रू मेंबर अलर्ट होंगे। हरा रंग का मतलब फ्लाइट में सवार पैसेंजर एकदम सामान्य है। फ्लाइट के क्रू मेंबर्स से सही तरीके से पेश आ रहा है। शराब पेश की जा सकती है। पीले रंग का मतलब यात्री थोड़ा नशे में है। एयर इंडिया के क्रू किसी भी यात्री को ड्रंक नहीं बोलेंगे। क्रू मेंबर यात्री से ऊंची आवाज में बात नहीं करेंगे। यदि यात्री ऐसा करेगा, तो क्रू मेंबर अपनी आवाज धीमी रखेगा।
गौरतलब है कि 6 दिसंबर की पेरिस से नयी दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट में एक पैसेंजर को शौचालय में धूम्रपान करते देखा गया था। पैसेंजर पर क्रू मेंबर्स के निर्देशों का पालन न करने का भी आरोप है। बाद में उसने एक महिला के कंबल पर पेशाब कर दी थी। 6 दिसंबर को भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था, जिसके बाद एअर इंडिया ने फ्लाइट में शराब परोसने की पॉलिसी बदल दी है।