आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। झारखंड के सबसे बड़े हॉस्पिटल रिम्स में पैथोलॉजी लैब को अपग्रेड किया जा रहा है। एम्स और कई अन्य मेडिकल संस्थानों की तर्ज पर टेस्टिंग के तुरंत बाद रिपोर्ट मरीज के मोबाइल पर मिलेगी। इससे मरीजों को लैब की दौड़ लगाने की झंझट से छुटकारा मिल जायेगा। वहीं रिपोर्ट के इंतजार में मरीजों के इलाज में देरी नहीं होगी। रिम्स राज्य का पहला सरकारी हॉस्पिटल होगा, जहां इस तरह की सुविधा मिलेगी। बताते चलें कि हॉस्पिटल में आउटडोर और इनडोर मिला कर हर दिन 3500 के करीब मरीज इलाज कराते हैं। रिम्स में एम्स के अलावा पीजीआइ, सीएमसी की तरह ही मशीनें लगायी जायेंगी। इन मशीनों के लिए सात एक्सपर्ट्स की टीम तैयार की गयी है, जिसमें एम्स नयी दिल्ली, केजीएमयू लखनऊ, एम्स बीबीनगर, राजीव गांधी कैंसर हॉस्पिटल के डॉक्टर और एक्सपर्ट हैं। सैंपल देने कुछ घंटे के अंदर ही रिपोर्ट मरीज के परिजनों के साथ ही डॉक्टर के मोबाइल पर भी उपलब्ध होगी। यह सुविधा रिम्स में 24 घंटे मिलेगी। फिलहाल रात में टेस्टिंग की रफ्तार धीमी हो जाती है। वहीं केवल इमरजेंसी के मरीजों का टेस्ट किया जाता है। हॉस्पिटल में अलग-अलग जगहों पर चार मशीनें लगायी जायेंगी, ताकि सैंपल की टेस्टिंग की रफ्तार धीमी न पड़े। इसके अलावा अगर कोई मशीन खराब होती है या ब्रेकडाउन होती है, तो ऐसी स्थिति में अन्य मशीनें बैकअप का काम करेंगी और टेस्टिंग प्रभावित नहीं होगी।

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