गृह मंत्रालय ने झारखंड के 55 पुलिसकर्मियों को गणतंत्र दिवस पर सेवा पदक देने की घोषणा कर दी है. 2 पुलिसकर्मियों: को विशिष्ठ सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक, 23 पुलिसकर्मियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक, 23 पुलिसकर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक, 5 पुलिसकर्मियों को असाधारण आसूचना कुशलता पदक, 2 पुलिसकर्मियों को अनुसंधान में उत्कृष्टता के लिए केंद्रीय गृह मंत्री पदक दिया जायेगा. 25 फरवरी 2021 में पलामू जिले के रामगढ़ थाना क्षेत्र के चोरहट गांव के सेमरहट टोला में झारखंड जनमुक्ति परिषद के एरिया कमांडर महेश भुईयां को मार गिराने वाले आइपीएस अधिकारी पलामू के तत्कालीन एडिशनल एसपी के विजय शंकर को वीरता के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया जायेगा. मुठभेड़ में पुलिस ने एक-47, पिस्टल आदि बरामद किया था. इसके अलावे जगुआर के शहीद 6 जवान कुंदन कुमार, परमानंद चौधरी, अजय कुजूर, देव कुमार महतो, अजीत औड़या, रमकंडा, और कृष्ण प्रसाद नियोपाने को मरनोपरांत वीरता के लिए पुलिस पदक दिया जाएगा. बता दें कि जून 2018 में भंडरिया थाना क्षेत्र में बूढ़ा पहाड़ से लगे खपरीमहुआ गांव के पास नक्सलियों द्वारा किये गये सीरियल बम ब्लास्ट में जगुआर के छह जवान शहीद हो गये. इसमें पलामू हुसैनाबाद के कुंदन कुमार, दुमका रघुनाथगंज के परमानंद चौधरी, गुमला जिले के बसिया निवासी अजय कुजूर, गोड्डा पथरगामा निवासी देव कुमार महतो, गढवा रमकंडा निवासी अजीत औड़या, रमकंडा, और रांची डोरंडा निवासी कृष्ण प्रसाद नियोपाने शामिल थे. पुलिस और झारखंड जगुआर की टीम एलआरपी से लौट रही थी. खपरीमहुआ स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय से करीब 50 मीटर दूर जैसे ही पोलपोल गांव के पहुंच पथ पर पहुंची, नक्सलियों द्वारा लगाए गए बम में ब्लास्ट होने लगा. जैसे-जैसे सुरक्षाबल आगे बढ़ते गए, वे विस्फोट में उड़ते चले गए. झारखंड में पहली बार नक्सलियों ने ऐसा सीरियल बम ब्लास्ट कर पुलिस को बड़ी क्षति पहुंचाई. नक्सलियों ने घटनास्थल पर 80 सीरीज बम लगाए थे. जवानों के पैर पड़ते ही उनमें विस्फोट होता गया. 80 में से 30 बम में विस्फोट हुआ.