सियोल। दक्षिण कोरिया का संवैधानिक न्यायालय मंगलवार को राष्ट्रपति यून सुक येओल के महाभियोग मुकदमे की पहली औपचारिक सुनवाई करने के लिए तैयार है। बताया गया है कि सुरक्षा कारणों के कारण यून कार्यवाही के दौरान अनुपस्थित रहेंगे।

द कोरिया हेराल्ड समाचार पत्र के अनुसार, सुनवाई दोपहर दो बजे शुरू होगी। राष्ट्रपति येओल को 3 दिसंबर को अल्पकालिक मार्शल लॉ की घोषणा के कारण महाभियोग का सामना करना पड़ रहा है। नेशनल असेंबली राष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव कर चुकी है। इसके बाद यून के कर्तव्य निलंबित किए जा चुके हैं।

राष्ट्रपति येओल के वकीलों के अनुसार, सुनवाई जल्द खत्म होने की उम्मीद है। कानून के अनुसार, यदि येओल गुरुवार को होने वाली सुनवाई में भी अनुपस्थित रहते हैं तो अदालत उसकी उपस्थिति के बिना मामले पर विचार-विमर्श के लिए आगे बढ़ सकती है। इस बीच यून के वकीलों ने आठ न्यायाधीशों में से एक चुंग काये-सन को मुकदमे से बाहर करने की मांग की है। वकीलों का कहना है कि चुंग काये-सन की वजह से निष्पक्ष फैसले की संभावना नहीं है। अदालत इस मांग पर भी फैसला सुनाएगी।

संवैधानिक न्यायालय के पास यह मामला 14 दिसंबर को पहुंचा है। अदालत के पास 14 दिसंबर से यह तय करने के लिए 180 दिन हैं कि यून के महाभियोग को बरकरार रखा जाए या खारिज कर दिया जाए। यदि इसे बरकरार रखा जाता है, तो यून को पद से हटा दिया जाएगा और 60 दिन के भीतर राष्ट्रपति चुनाव होगा।

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