रांची। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने कहा कि झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) के अध्यक्ष का पद रिक्त होने के कारण लाखों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है। करीब 21 लाख छात्र, जिनकी मैट्रिक-इंटर और अन्य बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर होनी चाहिए थीं, वो जैक अध्यक्ष का पद रिक्त होने की वजह से बाधित हो सकती है। यदि समय पर परीक्षाएं नहीं हुईं, तो छात्रों को अगले शिक्षण सत्र में नामांकन लेने में भी काफी परेशानी होगी।

मरांडी ने मंगलवार को सोशल मीडिया एक्स पर लिखा कि इसी तरह जेपीएससी अध्यक्ष का पद भी पिछले वर्ष अगस्त से रिक्त है, जिससे कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं लंबित हैं। उन्होंने कहा कि हजारों अभ्यर्थी मानसिक और आर्थिक दबाव में हैं। वर्षों की मेहनत और तैयारी के बावजूद ये अभ्यर्थी अपने भविष्य को लेकर असमंजस में हैं। उन्होंने कहा कि छात्रहित और रोजगार सृजन किसी भी सरकार की सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। यह झारखंड का दुर्भाग्य है कि राज्य के छात्रों को ऐसी अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से आग्रह है कि वे छात्रहित में इन रिक्त पदों पर शीघ्र नियुक्ति सुनिश्चित करें।

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