कानपुर। क्लाइमेट चेंज के खतरों का सामना करने में चीन के बाद भारत को रखा गया है। जिसमें देश के नौ राज्य अधिक प्रभावित होंगे। यह जानकारी कृषि मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने दी। उन्होंने बताया कि यह रिपोर्ट द क्रॉस डिपेंडेंसी इनीशिएटिव (एक्सडीआई) की अध्ययन रिपोर्ट सामने आई है। रिपोर्ट में चेतावनी जारी करने के साथ ही साथ आगाह करने वाली भी है। रिपोर्ट में क्लाइमेट चेंज के खतरों का सामना करने में चीन के बाद भारत को रखा गया है। रिपोर्ट में प्रभावित होने वाले शीर्ष 50 राज्यों की सूची बनाई गई है, जिनमें भारत के नौ राज्य हैं। देश के बिहार उत्तर प्रदेश, असम, राजस्थान, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब और केरल शामिल हैं। अध्ययन रिपोर्ट के मुताबिक 2050 तक जो राज्य सबसे ज्यादा खतरे से घिर जाएंगे उनमें शीर्ष 50 में से 80 प्रतिशत प्रदेश चीन, अमेरिका और भारत के होंगे।

फरवरी का महीना इस साल भी गर्म हो रहा है। कई जगहों पर पारा 37 डिग्री के पार जा चुका है। पर्यावरणविद इस महीने इतनी गर्मी की वजह क्लाइमेट चेंज को मानते हैं।

अगर जलवायु परिवर्तन के कारण चरम मौसमी हालत उत्पन्न हुए तो क्षति के सम्पूर्ण पैमाने और जोखिम में वृद्धि के लिहाज से सबसे ज्यादा नुकसान एशियाई क्षेत्र को होगा। मगर यदि जलवायु परिवर्तन को बदतर होने से रोका गया और जलवायु के प्रति सतत निवेश में वृद्धि हुई तो इसका सबसे ज्यादा फायदा भी एशियाई देशों को ही होगा।

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